भारत के किसी भी राज्य में जब चुनाव संपन्न होते हैं उससे पहले लगातार कई ऐसी घटनाएं सामने आती हैं जो यह सिद्ध करती हैं कि कहीं ना कहीं चुनाव को प्रभावित करने के लिए कुछ असामाजिक तत्व लगातार प्रयास कर रहे हैं। इसी तरह की कई घटनाएं असम विधानसभा चुनाव से पहले दिखाई दे चुकी हैं। इसीलिए असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने असम राज्य की सुरक्षा के लिए और वहां के नागरिकों की सुविधा के लिए प्रदेश को अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। पूरे राज्य में राज्यपाल के द्वारा एएफपीएसए लागू कर दिया है इसके अनुसार सुरक्षा बलों को बिना किसी वारंट के तलाशी लेने और गिरफ्तारी करने का अधिकार मिल जाता है। असम के अलावा नागालैंड,मणिपुर और अरुणाचल प्रदेश के कई हिस्सों में यह कानून लागू है।
राज्य सरकार की ओर से कहा गया कि Armed Forces Act, 1958 की धारा 3 के तहत राज्य के राज्यपाल ने पूरे असम को 27 फरवरी 2021 से 6 महीने के लिए अशांत क्षेत्र घोषित कर दिया है। राज्यपाल की अनुमित होगी तो AFSPA को छह महीने से पहले भी हटाया जा सकता है। राज्यपाल ने यह निर्णय इसलिए लिया है क्योंकि कुछ समय पहले ही असम के कई स्थानों से कई विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए थे वहीं ऐसा माना जा रहा है असामाजिक तत्वों के द्वारा चुनाव को प्रभावित करने की योजना भी बनाई जा रही है।