उत्तर प्रदेश में वैसे तो विधानसभा चुनाव को अभी 2 साल बाकी हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलचल अभी से तेज है। सभी पार्टियां ब्राह्मणों को अपने पक्ष में करने के लिए साम-दाम-दंड-भेद की नीति अपना रहीं हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में दारुल शफा के विधायक निवास की दीवार पर पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ केशव प्रसाद मौर्य और भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं की फोटो भी है। इन पोस्टर्स के बारे में माना जा रहा है कि यह पोस्टर योगी सरकार द्वारा ब्राह्मणों पर हो रहे कथित अत्याचार के विरोध में लगाए गए हैं। इंपोस्टर्स में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ को ब्राह्मण पर फरसे से हमला करते हुए दिखाया गया है। सीएम योगी के पीछे केशव प्रसाद मौर्य समेत पार्टी के और नेता भी दिखाई दे रहे हैं।
इसके अलावा इन पोस्टर्स में समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव को ब्राह्मणों का असली हितैषी बताया गया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह माना जा रहा है कि यह पोस्टर समाजवादी पार्टी प्रदेश सचिव छात्र सभा विकास यादव द्वारा लगाए गए हैं। इन पोस्टर्स में भगवान विष्णु के अवतार भगवान परशुराम का चित्र भी लगाया गया है। इसके अलावा इन पोस्टरों में योगी आदित्यनाथ पर और उनकी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा गया है, “बेटी बचाओ भाजपा भगाओ, बंद करो ब्राह्मणों पर अत्याचार, न भ्रष्टाचार न गुंडाराज, अबकी बार केवल अखिलेश सरकार।”