दिल्ली के जामिया नगर थाना क्षेत्र में जबरदस्ती मदरसा भेजे जाने से नाराज एक किशोर ने अपना घर छोड़ दिया। किशोर के घर छोड़कर जाने पर पिता ने जामिया नगर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले में पुलिस ने किशोर को मुंबई से बरामद किया है। पिता पुत्र की काउंसलिंग के बाद पुलिस ने किशोर को उसके परिजनों को सौंप दिया। पुलिस उपायुक्त राजेंद्र प्रकाश मीणा का कहना है कि 27 सितंबर को किशोर के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई गई थी। इसके बाद किशोर के लापता होने की जानकारी दक्षिणी दिल्ली की AHTU टीम को साझा की गई थी। बच्चे की बरामदगी के लिए उपनिरीक्षक जनक सिंह के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई, टीम ने सीसीटीवी और करीबियों से पूछताछ कर किशोर को मुंबई से बरामद किया।
किशोर ने पुलिस को बताया, “उसका पिता उसे जबरदस्ती इस्लाम और उर्दू की शिक्षा देना चाहता था और मदरसा भेजना चाहता था।लेकिन मुझे मदरसा जाना बिलकुल पसंद नहीं था, इसीलिए वह 1 दिन क्लास के लिए निकला और घर वापस ही नहीं गया। इसके बाद में ट्रेन में बैठकर मुंबई चला आया, मुंबई जाने के लिए उसने घर से रुपए लेकर रिजर्वेशन पहले ही करा लिया था। किशोर मुंबई में दुकान में काम कर रहा था।