नामी सितारा हो या फिर आम इंसान, वैश्विक महामारी कोरोना ने सभी के जीवन को एक जैसा कर दिया है। इस वायरस के चलते विदेशी दुनिया समेत पूरा भारत ठप पड़ा है। भारत में इस बीमारी ने करीब 2 महीने पहले पैर पसारना शुरू किया था। भले ही मौजूदा स्तिथि में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या भारत में 50 हजार के पार पहुँच गयी हो लेकिन जिस तरह से इस समय पूरा देश सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रहा है, उसकी विदेशी सरकारें तारीफ करते नहीं थक रहीं हैं।
भारत जैसे बड़े धर्मनिर्पेक्ष राष्ट्र में अकसर कहते सुना जाता है कि यहां मंदिरों पर बेफिजूल करोड़ो का खर्च किया जा रहा है। इससे अच्छा तो अस्पताल बनवा दिए जाते। लेकिन इन्ही मंदिरों ने इस आपदा के बीच साबित कर दिया है कि अस्पतालों और मंदिरों में कोई फर्क नहीं है। कोरोना के संकट के बीच अकसर सवालों के घेरे में रहने वाले हिंदुओ के मंदिर ही संकट के बीच सबसे पहले मदद को आगे आए हैं।
संकट की इस घड़ी में कई सारे मंदिर आगे आकर अभी तक कोरोना के खिलाफ जंग में मदद कर चुके हैं। कई बड़े और प्राचीन मंदिरों द्वारा राहत कोष में दान दिया जा रहा है और साथ ही लगातार गरीब परिवारों के लिए भोजन की व्यवस्था कराई जा रही है। हालांकि इसके बावजूद कोई भी मंदिर किसी भी तरह का क्रेडिट लेने को तैयार नहीं है। लेकिन इस पहल ने एक बार फिर झूठे प्रोपोगेंडा की पोल खोल कर रख दी है।
अभी तक इतना दान कर चुके है प्रसिद्ध मंदिर
देश भर के कई प्रसिद्ध और प्राचीन मंदिर अभी तक प्रधानमंत्री राहत कोष में करोड़ो का दान दे चुके हैं। आज हम आपको उन्ही मंदिरों और मठों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अभी तक योगदान कर चुके हैं।
1. सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट- गुजरात के सोमनाथ मंदिर ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 करोड़ का दान दिया है।
2. माता वैष्णो देवी: जम्मू कश्मीर के माता वैष्णो देवी ट्रस्ट के उच्च अधिकारियों ने अपने 2 दिन और गैर राजपत्रित स्टाफ ने अपनी 1 दिन की सैलरी दान की। इसके अलावा आशीर्वाद कॉम्प्लेक्स को 600 बेड का अस्पताल बनाया गया।
3. शिरडी साईं बाबा मंदिर: महाराष्ट्र के प्राचीन साईं बाबा मंदिर ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 करोड़ की राशि दान की।
4. पतंजलि ट्रस्ट: बाबा रामदेव के योग पीठ पतंजलि ट्रस्ट ने राहत कोष में 25 करोड़ की आर्थिक मदद की थी। इसके अलावा पतंजलि के हर कर्मचारी ने अपनी 1 दिन की सैलरी देने का ऐलान किया था। इसके अलावा पतंजलि के कई संस्थानों को पूरी तरह से कोरोना के लिए आईसोलटेड कर दिया था।
5. पटना महावीर हनुमान मंदिर: पटना में स्तिथ हनुमान मंदिर कोरोना से लड़ने के लिए 1 करोड़ रुपये का दान कर चुका है।
6. स्वामी नारायण मंदिर: गुजरात में स्तिथ 7 स्वामी नारायण मंदिरों ने मिलकर सरकार को 1.88 करोड़ का सहयोग किया है। इसके अलावा मंदिर ने 500 आइसोलेटेड बेड की व्यवस्था सरकार के लिए की है।
7. कांची मठ: कांची मठ ने पीएम केयर्स फंड में 10 लाख और तमिलनाडु मुख्यमंत्री राहत कोष में 10 लाख की मदद की है।
8. महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन: उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर ने कुल 5 लाख रुपये की अर्थिक मदद सरकार को दी है।
9. माँ महामाया मंदिर ट्रस्ट: छत्तीसगढ़ के माँ महामाया मंदिर ट्रस्ट ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 11 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है।
10. श्री नित्य चिंताहरण गणपति ट्रस्ट: मध्य प्रदेश के चिंताहरण गणपति ट्रस्ट ने गरीब परिवारों को राशन की मदद हेतु 11 लाख
11 हजार रुपयों की अर्थिक मदद की थी।