चीन से सीमा विवाद के बीच, भारत को मिले तीन नए राफेल विमान

भारतीय वायु सेना की शक्ति को बढ़ाने वाले राफेल विमान पहले ही भारतीय वायुसेना में शामिल हो चुके हैं और अब बुधवार को तीन नए राफेल लड़ाकू विमान फ़्रांस से सीधे भारत आ चुके हैं। फ्रांस से 36 राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए लगभग 59000 करोड रुपए का सौदा किया गया था।

0
508

राफेल विमानों के आने से पहले ही भारतीय वायुसेना की शक्ति में बढ़ोतरी हो गई है और अब एक बार फिर बुधवार को तीन नए राफेल विमान भारत पहुंच चुके हैं। एक तरफ चीन से सीमा विवाद, दूसरी तरफ विश्व में बढ़ती हुई इस्लामिक कट्टरता और इन दोनों के बीच में फ़्रांस से भारत में आने वाले राफेल विमान, यह सिद्ध कर रहे हैं कि भारत अब शक्ति का अवतार बन चुका है। हम आपको बता दे भारत में प्रांत से 36 लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए लगभग 59000 करोड रुपए का सौदा किया था। वायु सेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने पहले कहा था, “सौदे के तहत भारत आने वाले, सभी राफेल 2023 तक वायुसेना में शामिल हो जाएंगे।” भारतीय वायु सेना के प्रमुख आरकेएस भदौरिया ने इन विमानों के सेना में शामिल होने के समय को उपयुक्त बताया!..उन्होंने कहा, “मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य को देखते हुए राफेल को वायु सेना में शामिल करने का उपयुक्त समय नहीं हो सकता।” उन्होंने यह भी कहा, “अंबाला में राफेल को बल में शामिल करना महत्वपूर्ण है। क्योंकि वायु सेना के इस अड्डे से महत्व वाले सभी क्षेत्र आसानी से पहुंचा जा सकता है!”

हम आपको बता दें कि यह विमान सीधे फ्रांस से भारत पहुंचे हैं। इन्हें बिना रुके भारत पहुंचाने के लिए कई पुख्ता प्रबंध किए गए थे। ईंधन की जरूरत पड़ने पर इन्हें हवा में ही ईंधन भरने की सुविधा भी दी गई थी। इससे पहले फ्रांस की कंपनी से पांच राफेल विमान पहले फ्रांस से चलकर संयुक्त अरब अमीरात में रुके और उसके बाद भारत पहुंचे। हम आपको बता दें इसके लिए केंद्र सरकार ने 2016 में फ्रांस से 59000 करोड रुपए की डील पर हस्ताक्षर किए थे! राफेल की ताकत का अंदाजा केवल इस बात से लगाया जा सकता है इसके आने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तथा चीफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने से गेमचेंजर बताया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here