देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते जा रहे हैं इसी बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस बैठक में शामिल नहीं हुए। इस बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि तेलंगाना, आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में 10 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन बर्बाद हुई है। इसके अलावा यूपी का हाल भी कुछ ऐसा ही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बात की समीक्षा की जानी चाहिए कि आखिर दवा की बर्बादी क्यों हो रही है? हर शाम को दवा की मॉनिटरिंग होनी चाहिए और प्रो-एक्टिव लोगों से संपर्क करना चाहिए ताकि कोई बर्बादी न हो सके। पीएम ने कहा, “यह चिंता की बात है कि आखिर कुछ इलाकों में टेस्टिंग कम क्यों हो रही है। कुछ इलाकों में वैक्सीनेशन कम क्यों हो गया है? मेरे ख्याल से यह समय गुड गवर्नेंस को परखने का है। हमारा आत्मविश्वास, अति-आत्मविश्वास में तब्दील नहीं होना चाहिए।”
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में इस बात की चर्चा हो रही है कि कैसे भारत ने कोरोना संकट से निपटने के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि भारत में 96 फीसदी लोग कोरोना से रिकवर हुए हैं। कई राज्यों में कोरोना के केसों में कमी आई थी और अब फिर इजाफा हो रहा है। महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा हुआ है। देश के 70 जिलों में कोरोना की संख्या में 150 फीसदी का इजाफा हुआ है। यदि हमने दूसरी लहर को तुरंत नहीं रोका तो फिर मुश्किलों का सामना करना होगा।
बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहीं ये बड़ी बातें
- जरूरत पड़ने पर बनाए जाए माइक्रो कंटेनमेंट जोन।
- डर के माहौल से आम जनमानस को बचाना होगा।
- वैक्सीनेशन प्रोग्राम को तेजी अंजाम तक लाना होगा।
- वैक्सीन की बर्बादी रोकनी होगी।