अमरनाथ यात्रा एक अप्रैल से शुरू होगा रजिस्ट्रेशन, यहां पढ़िए सारी डिटेल्स

भगवान महादेव के बहुत सारे भक्त अमरनाथ की यात्रा करना चाहते हैं। यह लेख उन्हीं भक्तों के लिए है जो कई सालों से अमरनाथ की यात्रा के लिए उत्सुक हैं। बताया जा रहा है 28 जून से प्रारंभ होने वाली अमरनाथ की यात्रा के लिए 1 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन कराए जाएंगे।

0
441

भगवान महादेव के बहुत सारे भक्तों को अमरनाथ की यात्रा करने का मौका अभी तक नहीं मिला है। लेकिन अब खबर आ रही है कि 28 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ की यात्रा के लिए 1 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन प्रारंभ हो जाएंगे। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नीतीश्वर कुमार ने कहा कि दोनों रास्तों के लिए रजिस्ट्रेशन पूरे देश में 446 बैंक शाखाओं के जरिए 1 अप्रैल से शुरू होगा, जिसमें पंजाब नेशनल बैंक (316), जम्मू कश्मीर बैंक (90) और यस बैंक (40) की शाखा शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्रेशन के लिए प्रक्रिया के बारे में ब्यौरा, आवेदन पत्र और बैंक की शाखाओं की राज्यवार लिस्ट पूरे पते के साथ बोर्ड की वेबसाइट पर मौजूद है।

उन्होंने बताया कि इसमें आधार शिविरों तक पहुंचने की जरूरी जानकारी, सर्टिफिकेट के लिए पैसा, टट्टू, पालकी और पोर्टर्स के लिए फी भी शामिल हैं। कुमार ने कहा कि 13 वर्ष से कम या 75 वर्ष से अधिक आयु के लोग और छह सप्ताह से अधिक गर्भवती महिलाओं को इस वर्ष की यात्रा के लिए कोविड-19 मानदंडों के अनुसार पंजीकृत नहीं किया जाएगा।

  • यात्रा के लिए सप्ताह के हर दिन और रास्तों के लिए परमिट अलग-अलग होंगे।
  • जो तीर्थयात्री हेलीकॉप्टर से यात्रा करना चाहते हैं, उन्हें अग्रिम पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि इसके लिए उनका टिकट पर्याप्त होगा।
  • परंतु हेलीकॉप्टर से यात्रा करने वाले यात्रियों को एक अधिकृत चिकित्सक द्वारा जारी अनिवार्य स्वास्थ्य प्रमाण पत्र प्राप्त करना जरूरी होगा।
  • जम्मू में अधिकारियों ने इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए शनिवार को भगवती नगर आधार शिविर में व्यवस्थाओं की समीक्षा की और आवास क्षमता 2,000 से बढ़ाकर 5,000 करने का आह्वान किया।
  • जिन स्थानों पर यात्रियों को ठहराया जाएगा उसमें बिजली, पेयजल, परिवहन, सुरक्षा, बैरिकेडिंग, मोबाइल टॉयलेट, क्लॉक रूम और सामुदायिक
  • रसोईघर जैसी सुविधाओं की कोई कमी नहीं होगी।
  • इसके अलावा माना जा रहा है कि 2000 शिविरों के स्थान पर करीब 5000 शिविरों को बनाया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here