भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का कोरिडोर का लोकार्पण किया। इसी कार्यक्रम को लेकर जब यूपी के पूर्व सीएम से सवाल पूछा गया तो अखिलेश यादव ने कहा कि एक महीना, दो महीना, तीन महीने वही रहें। बहुत अच्छी बात है। वह जगह रहने वाली है। आखिरी समय में वही रहा जाता है बनारस में।
“बहुत अच्छी बात है। (प्रधानमंत्री) एक महीना नहीं, दो महीना-तीन महीना वहीं रहें। अच्छी बात है। वो जगह रहने वाली है। आखिरी समय पर वहीं रहा जाता है बनारस में”: सपा प्रमुख अखिलेश यादव pic.twitter.com/LwO3h6ssQm
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) December 13, 2021
यूपी सरकार में मंत्री सिद्दार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि जो भारतीय संस्कृति से प्रेरित होते हैं वो अपने दुश्मनों का भी बुरा नहीं सोचते, लेकिन जो जिन्ना संस्कृति से प्रेरित होते हैं, वो ही ऐसी भाषा बोल सकते हैं, अखिलेश जी के बारे में अब क्या बोलें, वो तो जिन्ना संस्कृति से ही प्रेरित हैं।
जो भारतीय संस्कृति से प्रेरित होते हैं वो अपने दुश्मनों का भी बुरा नहीं सोचते, लेकिन जो जिन्ना संस्कृति से प्रेरित होता है वही इस प्रकार की भाषा बोल सकते हैं, तो अखिलेश जी के बारे में अब क्या बोलें वो तो जिन्ना संस्कृति से ही प्रेरित हैं। @yadavakhilesh pic.twitter.com/XXDv6xIxl6
— Sidharth Nath Singh (@SidharthNSingh) December 13, 2021
अब इसी मामले को लेकर बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि अखिलेश यादव का यह बयान शर्मनाक है। आज जब विश्वनाथ धाम के विस्तार का इतना विशिष्ट काम हुआ है, तब प्रधानमंत्री के लिए मृत्यु की इच्छा जताना, उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है। चुनाव में दिख रही हार से बौखलाए अखिलेश अपना संतुलन खो बैठे हैं।
“आखिरी समय में वहीं रहा जाता है, बनारस में”, अखिलेश यादव का यह बयान शर्मनाक है।
आज जब विश्वनाथ धाम के संवर्धन का इतना विशिष्ट काम हुआ, तब प्रधानमंत्री के लिए मृत्यु की इच्छा जताना उनकी विकृत मानसिकता को दर्शाता है।
चुनाव में दिख रही हार से बौखलाए अखिलेश अपना संतुलन खो बैठे हैं। pic.twitter.com/56efCpG93O
— Amit Malviya (@amitmalviya) December 13, 2021