अजय पंडिता की बेटी बोली आतंकियों सामने आ जाओ मैं तुम्हें नहीं छोडूंगी, कश्मीर के अनंतनाग में एक कश्मीरी पंडित की हुई थी हत्या!

कश्मीरी सरपंच अजय पंडिता की हत्या पर उनकी बेटी शीन ने कहा, "उस दिन मेरे पिता पर हमला करने वाले बुजदिल थे। न मेरे पिता किसी से डरते थे और ना उनकी बेटी किसी से डरती है।"

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कश्मीर के अनंतनाग में पिछले दिनों आतंकियों ने कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी थी जिनका नाम अजय पंडिता भारती था। अजय पंडिता की बेटी शीन ने अपने पिता के हत्यारों को बुजदिल कहा। उन्होंने अपने पिता को याद करते हुए कहा कि जिन्होंने मेरे पिता की हत्या की है उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। शीन ने कहा मेरे पिता एक देशभक्त थे जिन्होंने भी मेरे पिता की हत्या की है वे सभी बुजदिल हैं।

मेरे पिता को न किसी का डर था, ना मैं किसी से डरती हूँ।

अजय पंडिता को 8 जून को उनके घर के पास गोली मार दी गई थी। जिसके बाद हॉस्पिटल ले जाते वक्त उनकी मृत्यु हो गई थी। पिता की मृत्यु पर उनकी बेटी शीन ने कहा, “ना तो मेरे पिता किसी से डरते थे न मैं किसी से डरती हूँ।”

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पंडिता की बेटी ने यह भी कहा कि हम कश्मीर वापस जरूर जाएंगे। मेरे पिता सैनिक या पुलिसकर्मी तो नहीं थे परन्तु उन्हें अपने देश से बहुत प्यार था। वे केवल अपने गाँव के लिए ही नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए जीते थे मेरे पिता ने जीवन भर देश की सेवा की लेकिन यह देश उनकी सेवा कब करेगा।

शीन ने अपने पिता के नाम के बारें में कहा कि उन्हें अपने देश से इतना प्यार था कि उन्होंने अपने नाम में भारती जोड़ लिया था। मेरे पापा देश से प्यार करते थे। मैं जानती हूँ कि पुलिस वाले और आर्मी वाले भी यही करते हैं। मेरे पिता ने आगे भी देश के लिए बहुत कुछ करने की प्लानिंग की थी। मेरे पिता को इसलिए मारा गया क्योंकि वे एक कश्मीरी पंडित थे।

मेरे पिता की हत्या का बदला ले देश!

अपने पिता की हत्या पर दुख तथा रोष व्यक्त करते हुए अजय पंडिता की बेटी ने कहा, “यहाँ पर मेरे पिता की हत्या करने वाले लोग खुलेआम कह रहे हैं कि हमने अजय पंडिता की हत्या की है, और यह बात बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। शीन ने आगे कहा, “मेरे पापा के लिए मुझे नहीं देश को बदला लेना है क्योंकि वह देश की सेवा कर रहे थे। मेरे पापा तिरंगे में लिपटकर गए। मैं भी देश की सेवा करते हुए तिरंगे में लिपटकर जाने को अपनी खुशनसीबी समझूंगी लेकिन उनकी हत्या का बदला लिया जाना बेहद जरूरी है।”

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