पूर्व मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ द्वारा भाजपा नेत्री इमरती देवी के खिलाफ की गई टिप्पणी से अब मध्य प्रदेश और देश के बहुत सारे नेता तथा लोग खफा हो चुके हैं। इसी श्रंखला में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल तथा इंदौर में कमलनाथ का विरोध करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए। भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कथा इंदौर में राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने धरना दिया। सोमवार को इंदौर में गांधी प्रतिमा पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के विरोध में प्रदर्शन किया और इस दौरान महिला मोर्चा की कार्यकर्ता हाथों में तख्ती लेकर बैठ गई। सिंधिया ने पहले गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए फिर वह मंच पर गए और मंच पर लगे आसन के बजाय सीधे नीचे ही बैठ गए।
वहीं दूसरी तरफ इमरती देवी ने कहा है कि कमलनाथ को पार्टी से निकाल देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उन लोगों को मध्य प्रदेश में रहने का कोई हक नहीं। यहां सभी महिलाओं का सम्मान होता है महिला शक्ति को घर की लक्ष्मी माना जाता है। आज उसने मध्य प्रदेश की सभी लक्ष्यों को गाली दी है। उन्होंने सोनिया गांधी से मांग की कि वह कमलनाथ को कांग्रेस से बाहर करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि मेरा जन्म गरीब परिवार में हुआ तो इसमें मेरी क्या गलती है? अगर मैं दलित समुदाय से आती हुँ तो उसमें मेरी क्या गलती है? यदि एक महिला के खिलाफ इस तरह के शब्दों के प्रयोग होंगे तो वह कैसे आगे बढ़ पाएगी? वहीं भारतीय जनता पार्टी ने कमलनाथ के खिलाफ मौन उपवास रखा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल में, प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा ग्वालियर में और ज्योतिरादित्य सिंधिया इंदौर में उपवास कर रहे हैं।
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