भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद को समाप्त करने के लिए कल भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेंग फेंग्हे के बीच बैठक हुई। यह बैठक लगभग 2 घंटे 20 मिनट तक चली। इस बैठक के दौरान चीन ने एक आधिकारिक बयान दिया है। अपने बयान के अनुसार रक्षा मंत्री ने कहा कि सीमा विवाद के चलते भारत और चीन के संबंध गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं। ऐसे में जरूरी था कि दोनों देशों के रक्षा प्रमुख आमने-सामने बैठकर खुले तौर से बातचीत करें। चीन ने एक बार फिर सीमा विवाद का दोष भारत पर डालने की कोशिश की है।
चीन की ओर से दिए गए बयान के अनुसार चीन-भारत सीमा पर मौजूदा तनाव का कारण और सच्चाई स्पष्ट है और इसकी जिम्मेदारी पूरी तरह से भारत पर है। चीनी रक्षा मंत्री ने यह भी कहा कि चीन अपनी 1 इंच जमीन नहीं छोड़ सकता है। चीन की सेना अपनी राष्ट्र की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए प्रतिबद्ध और सक्षम है। चीन का कहना है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस महत्वपूर्ण सहमति पर पहुंचे थे। दोनों पक्षों को उसे ईमानदारी से लागू करना चाहिए। चीन का कहना है कि सीमा विवाद को बातचीत और परामर्श के माध्यम से हल करना ज्यादा बेहतर रहेगा।
कल 4 महीने बाद पहली बार भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री वेंग फेंग्हे के बीच एक बैठक हुई थी जो बैठक 2 घण्टे 20 मिनट चली। वेंग और राजनाथ सिंह आज मॉस्को में हैं। दोनों रक्षा मंत्री शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गेनाइजेशन की मीटिंग अटेंड करने गए थे।