बॉलीवुड में ऐसी कई अभिनेत्रियां हैं, जिन्होंने अपनी पहली फिल्म से इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया था, लेकिन वह अपना स्टारडम बरकरार नहीं रख पाई थी। वह सिर्फ ‘वन फिल्म वंडर’ बनकर रह गई। उन्हीं अभिनेत्रियों में 90 के दशक की मशहूर अभिनेत्री महिमा चौधरी का भी नाम आता हैं । महिमा ने अपने करियर की शुरुआत सुभाष गई कि फिल्म ‘परदेश’ से की थी, जिसमें उनके साथ शाहरुख खान नजर आए थे। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था, लेकिन इस फिल्म के बाद महिमा अपना जादू कायम नहीं रख पाई थी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस फिल्म के लिए सुभाष ने 3000 लड़कियों का ऑडिशन लिया था, जिसमें महिमा को सेलेक्ट किया गया था। महिमा को सुपरस्टार बनाने का पूरा श्रेय सुभाष घई को ही जाता हैं। बता दें महिमा को सुभाष घई ने सिर्फ फेम ही नहीं बल्कि नेम भी दिया है। जी, हां महिमा चौधरी को ये नाम सुभाष घई से ही मिला है। और ये बात खुद अभिनेत्री भी मानती हैं। दरअसल सुभाष घई अपने लिए ‘एम’ शब्द को लकी मानते थे, क्योंकि उनकी इस शब्द से बनी सभी फिल्में हिट हुई थी और उन्होंने ज्यादतर एम नाम वाली अभिनेत्रियों को लॉन्च किया था।
वही जब महिमा को ऑडिशन के बाद सुभाष घई से मिलने का मौका मिला था, तब सुभाष ने महिमा से उनका नाम पूछा था, तो महिमा ने अपना नाम ‘ऋतु चौधरी’ बताया था। इसी के बाद सुभाष ने महिमा का नाम बदल दिया। हाल में एक इंटरव्यू के दौरान खुद महिमा चौधरी ने बताया कि वह अपने लिए इस नाम को काफी लकी मानती हैं, क्योंकि इसी नाम के कारण वह आज इंडस्ट्री में अपना एक मुकाम बना पाई हैं। हालांकि परदेस के अलावा महिमा ने दाग: द फायर, धड़कन, खिलाड़ी 420 और बागबान सहित बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया था। वह आखिरी बार 2016 में आई बंगाली फिल्म ‘डार्क चॉकलेट’ में नजर आई थीं।