केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार भारत में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों में पुरुषों की संख्या महिलाओं की संख्या से कहीं अधिक है। अभी तक प्राप्त आंकड़ो के अनुसार कोविड-19 की वजह से 1100 से ऊपर लोगों की मौत हुई है। जिनमें से 65 प्रतिशत पुरुषों और 35 प्रतिशत महिलाएं हैं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि कोरोना वायरस से पुरुषों की तुलना में महिलाओं की जान कम गयी है। राहत की बात यह है कि संक्रमितों में मुत्यु दर पहले की तरह 3.1 फीसदी बनी हुई है। जबकि कोरोना वायरस से मरने वालों का वैश्विक औसत 7 प्रतिशत है।
इनमें से 78 प्रतिशत मौत उन लोगों की हुई है। जिन्हें पहले से किसी गंभीर रोग मधुमेह, मोटापा जैसी बीमारी थी। वहीं भारतीय मरीजों में कोरोना का असर मधुमेह, उच्च रक्तचाप, गुर्दे और हृदय रोग जैसी आयु अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के कारण गंभीर रूप ले रहा है। दिल्ली के मूलचंद अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टर श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘युवाओं की तुलना में बुजुर्गों के बीमारी के कारण मरने की दर इसलिए ज्यादा है क्योंकि ज्यादातर किसी न किस तरह की बीमारी से पहले ही ग्रसित होते हैं। जिसके कारण उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता वायरस से लड़ने में असक्षम होती है। उनका शरीर गुणवत्ता वाले एंटीबॉडी नहीं बना पाते।