भारत का दूसरा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा मंदिर होगा ‘राम मंदिर’, विश्व के टॉप 10 मंदिरों में होगी गिनती

अयोध्या की 108 एकड़ प्रस्तावित भूमि पर बनने वाला भगवान श्री राम का भव्य मंदिर विश्व के टॉप 10 मंदिरों में शामिल होगा। यह मंदिर भारत का दूसरा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा मंदिर होगा।

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भगवान श्री राम का भव्य मंदिर 67 एकड़ पर बनना है। यह भी माना जा रहा है कि यह मंदिर 108 एकड़ में बनकर तैयार हो सकता है। इस तरह भगवान श्रीराम का यह भव्य मंदिर विश्व के 10 बड़े मंदिरों में शामिल होगा। यह दुनिया का चौथा बड़ा मंदिर होगा और भारत का दूसरा बड़ा मंदिर। विश्व का सबसे बड़ा मंदिर कंबोडिया में स्थित है, जिसका नाम है अंगकोर वाट। जिसका क्षेत्रफल लगभग 402 एकड़ है। भारत का सबसे बड़ा मंदिर तमिलनाडु में स्थित रंगनाथस्वामी मंदिर है। जिसका क्षेत्रफल 156 एकड़ है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि विश्व के सबसे बड़े मंदिर में से 6 सबसे बड़े मंदिर भारत में हैं और बाकी के 4 विदेशों में। पहले साधु संतों की मांग थी कि भगवान राम का मंदिर भी अंगकोर वाट मंदिर की तरह बनाया जाए।

विश्व के 10 सबसे बड़े मंदिर

  1. अंगकोर वाट मंदिर, कंबोडिया (402 एकड़)
  2. स्वामीनारायण मंदिर, नॉर्थ अमेरिका (163 एकड़)
  3. रंगनाथ स्वामी मंदिर, भारत (156 एकड़)
  4. राम मंदिर, भारत (108 एकड़)
  5. छतरपुर मंदिर, भारत (69 एकड़)
  6. अक्षरधाम मंदिर, भारत (59 एकड़)
  7. बैसाकी मंदिर, इंडोनेशिया (49 एकड़)
  8. बेलूर मठ, भारत (40 एकड़)
  9. थिल्लई नटराज, भारत (40 एकड़)
  10. प्रम्बानन त्रिमूर्ति, इंडोनेशिया (38 एकड़)

भगवान राम के भव्य मंदिर की विशेषताऐं

भगवान राम का यह भव्य मंदिर दो मंजिला होगा। इसकी लंबाई 270 मीटर, चौड़ाई 140 मीटर और ऊंचाई 125 मीटर होगी। मंदिर में जाने के लिए 5 दरवाजे होंगे। भगवान राम के इस मंदिर की सुंदरता देखने लायक होगी। यह बताया जा रहा है कि इस मंदिर में स्टील का उपयोग नहीं किया जाएगा और भविष्य में मंदिर को निर्विवाद रखने के लिए 2000 फीट नीचे एक टाइम कैप्सूल भी डाला जाएगा। इसमें सिंह द्वार, नृत्य मंडप, रंग मंडप, कोली, गर्भ गृह और परिक्रमा मार्ग होगा। यह नागर शैली में बना अष्टकोणीय मंदिर होगा। इसमें भगवान राम की मूर्ति और राम दरबार होगा। मुख्य मंदिर के आगे-पीछे सीता, लक्ष्मण, भरत और भगवान गणेश के मंदिर होंगे। यह अक्षरधाम मंदिर की शैली में बनेगा। मंदिर परिसर में संत निवास, शोध केंद्र, कर्मचारियों के आवास, भोजनालय इत्‍यादि होंगे। इस मंदिर में 318 पिलर लगेंगे और उन सभी स्तंभों पर 12 मूर्तियां बनी होंगी। भगवान राम के इस भव्य मंदिर में पांच गुंबद होंगे।

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