दिग्गज कंपनी BP PLC तथा RIL ओर से दुनिया के छठे सबसे अमीर आदमी मुकेश अंबानी की कंपनी ने जुलाई महीने की शुरुआत में अपने फ्यूल रिटेल ज्वाइंट वेंचर के शुरुआत का ऐलान किया था। बीपी ने पिछले साल ही रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के फ्यूल रिटेलिंग कारोबार में 49 फीसदी हिस्सेदारी एक अरब डॉलर में खरीदी थी। वर्तमान में देशभर में रिलायंस के 1400 पेट्रोल पंप तथा 31 एविएशन टर्बाइन फ्यूल स्टेशन हैं।
■ नई तैयारी में रिलायंस
इस नये ज्वाइंट वेंचर में 51 फीसदी हिस्सेदारी मुकेश अंबानी की रिलायंस के पास है। दोनों कंपनियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि 2019 में हुए समझौते के तहत बीपी तथा आरआईएल के अधिकारी इस चुनौतीपूर्ण स्थिति में भी पिछले कुछ महीनों से इस सौदे का पूरा करने के लिये कड़ी मेहनत कर रहे थे। नये वेंचर का नाम रिलायंस बीपी मोबिलिटी लिमिटेड होगा।
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■ बाजार में धाक जमाना है लक्ष्य
जियो बीपी ब्रांड नाम से कारोबार करने वाले इस ज्वाइंट वेंचर का लक्ष्य भारत के फ्यूल तथा मोबिलिटी बाजार में एक प्रमुख कंपनी बनने का आरबीएमएल को ट्रांसपोर्टेशन फ्यूल की मार्केटिंग के लिये जरुरी मंजूरी तथा लाइसेंस मिल चुका है। यह ज्वाइंट वेंचर अपने मौजूदा रिटेल आउटलेट्स के माध्यम से फ्यूल्स तथा कैस्ट्रॉल लुब्रीकेंट्स की बिक्री शुरु करेगा। इसके अलावा इन सभी आउटलेट्स को जियो बीपी ब्रांड नाम से दोबारा तैयार किया जाएगा।
■ बाजार पर सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का कब्जा
आपको बता दें कि भारत के ऑटो फ्यूल रिटेल मार्केट पर वर्तमान में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों का एकाधिकार है। देश में 69392 पेट्रोल पंपों में अधिकांशतः सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां हैं। आईओसी, बीपीसीएल तथा एचपीसीएल के पेट्रोल पंपों की संख्या 62072 है। 256 एविशएश फ्यूल स्टेशन में से 224 सार्वजनिक कंपनियों के हैं।