कोरोना के कारण भारत की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है। इस सोमवार तक देश में 9 लाख लोग कोरोना से संक्रमित थे। इसी कारण सूत्रों से ख़बर आ रही है कि इस बार लालकिले में 15 अगस्त को होने वाले स्वतंत्रता दिवस समारोह में नन्हें-मुन्ने बच्चे शामिल नहीं होंगे। बच्चों को कोरोना से बचाये रखने के लिए ये कदम उठाये गए हैं। इस साल केवल 20% वीवीआईपी ही इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के गवाह बनेंगे। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए इस साल सिटिंग अरेंजमेंट भी पहले से बिलकुल अलग होगा। लाल किला मैदान में हर बार करीब 10 हजार लोग इस राष्ट्रीय पर्व का गवाह बनते थे, लेकिन इस बार इनकी जगह करीब 1500 कोरोना वॉरियरों को यहां आमंत्रित किए जाने का विचार है। उद्देश्य यह है कि इससे इस महामारी से लड़ाई में इनका मनोबल और उंचा हो सके और पूरा भारत इस समस्या से जल्द से जल्द सुरक्षित बाहर आ सके।
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प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की प्रमुख बातें
प्रधानमंत्री मोदी 7 वीं बार अब लालकिले के प्राचीर से राष्ट्र के नाम सम्बोधन देंगे। इस सम्बोधन को काफ़ी महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि इस सम्बोधन के चारों ओर ही भारत का भविष्य निर्धारित होता है। ये माना जा रहा है, सबसे पहले इस सम्बोधन में प्रधानमंत्री मोदी चीन के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। पिछले 6 सालों का रिपोर्ट कार्ड और भविष्य की रणनीति भी इस सम्बोधन का हिस्सा होगी।