उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में चौबेपुर गांव में हिस्ट्रीशूटर विकास दूबे के साथ हुई मुठभेड़ में 8 पुलिस जवान शहीद हो गए जबकि कई पुलिसकर्मी इस मुठभेड़ में घायल हुए। यूपी में एक बार फिर अपराधियों के यूं बुलंद होते हौंसलों को देख खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मैदान में उतर आए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कानपुर जाकर स्थिति का जायजा लिया और शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
सीएम योगी आदित्यनाथ और डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने सबसे पहले बिकरु गांव का निरीक्षण किया। गांव का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने एनकाउंटर के घटनाक्रम को जाना और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए। CM योगी ने कहा कि अंधेरे का फायदा उठाकर बदमाशों ने पुलिस के जवानों पर कायराना हमला किया है। ये घटना एक सोची समझी साजिश है।
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इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री ने आदेश दिया है कि जब तक विकास दूबे को पुलिस गिरफ्तार नहीं करती या उसका एनकाउंटर नहीं हो जाता, तब तक पुलिस के बड़े अधिकारी कानपुर में ही कैंप करेंगे। इसे लेकर STF की टीम कई जगहों पर छापेमारी कर रही है। इसके अलावा डीजीपी ने स्पष्ट तौर पर कहा है पुलिसकर्मियों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और अपराधियों को उनकी असली जगह पँहुचाया जाएगा।
मृतकों को 1 करोड़ देगी योगी सरकार
इस एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियों को प्रदेश सरकार मृतकों के परिवार के एक सदस्य को शासकीय नौकरी और 1 करोड़ का मुआवजा देगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस बात की घोषणा की है।
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