उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बार एक ऐसा फैसला लिया है। जिससे फर्जी शिक्षकों को बहुत बड़ी समस्या उत्पन्न होने वाली है। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में कई महीनों से जांच चल रही है। इसी जांच में यह सामने आया कि अब तक बेसिक शिक्षा विभाग में 1427 फर्जी शिक्षक हैं जो अब तक कई हजार रुपए वेतन भी ले चुके हैं। सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए डकारने वाले 1427 फर्जी शिक्षकों में से 920 शिक्षकों को तत्काल नौकरी से हटा दिया गया है। इसके अलावा सरकार इन सभी अध्यापकों से 900 करोड रुपए वसूल करेगी। लगभग 497 फर्जी शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है।
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योगी सरकार द्वारा चलने वाले हंटर से कोई भी फर्जी शिक्षक नहीं बच पाएगा। इस प्रक्रिया के अनुसार प्रत्येक फर्जी शिक्षकों को 60-60 लाख रुपए सरकारी खजाने में जमा करने होंगे। फर्जी शिक्षकों की पोल खुलने के बाद अब सरकार इन लोगों को मदद पहुंचाने वालों की तलाश कर रही है। इसी फर्जीवाड़े को खत्म करने के लिए योगी सरकार ने मानव संपदा ऐप तथा प्रेरणा ऐप पर सभी अध्यापकों की डिटेल्स को अपलोड करने की प्रक्रिया चलाई है। क्योंकि कुछ दिनों पहले अनामिका शुक्ला मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश में इस तरह के फर्जीवाड़े बात सामने आ रही थी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक के साथ ही माध्यमिक तथा उच्च शिक्षा विभाग से सभी शिक्षकों के शैक्षणिक रिकार्ड की जांच करने का आदेश दिया है।