भारत सरकार में परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक ऐसा बयान जारी किया है जिससे यह माना जा सकता है कि भारत आने वाले समय में चीन को आर्थिक रूप से पूरी तरह कमजोर करके रहेगा। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच जब इंडियन हाईवे प्रोजेक्ट में चीनी कंपनियों की भागीदारी के बारे में सवाल किया गया तो नितिन गडकरी ने बताया कि अगर चाइनीज कंपनियां किसी भारतीय अथवा दूसरी कंपनी के साथ मिलकर भी वेंचरिंग के जरिए भी बोली लगाएंगी तब भी उन्हें इस कार्य की अनुमति नहीं दी जाएगी।
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केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि जल्द से जल्द भारत सरकार एक ऐसी नीति बनाने जा रही है जिससे भारतीय लघु और मध्यम उद्योगों में चीनी कंपनी की भागीदारी को शून्य किया जा सकेगा। भारतीय सेना के 20 जवानों की शहादत के बाद धीरे-धीरे चीन को उसकी जगह दिखाने के लिए यह कदम बहुत ही आवश्यक है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह भी बताया कि यह सभी नीतियां नए प्रोजेक्टों के लिए लागू की जाएंगी। पुराने प्रोजेक्टों में यह नीतियां नहीं लागू होंगी।
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