पिछले दिनों कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा था, “सरकार ने हमारे जवानों को बिना हथियार शहीद होने के लिए कैसे भेज दिया? चीन की इतनी हिम्मत कैसे हो गई कि वह हमारे सैनिकों के साथ ऐसा कर सके! हमारे सैनिकों को बिना हथियार सीमा पर किसने भेजा? ” जिसके पलटवार में आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत की सीमा पर भारत के सभी जवान हथियारों से लैस होते हैं जब भी पोस्ट छोड़ते हैं तब भी उनके पास हथियार होते हैं। जिस दिन चीन और भारत के बीच झड़प हुई उस दिन भी हमारे सैनिक निहत्थे नहीं थे लेकिन भारतीय सेना ने 2005 के शांति समझौते को जारी रखते हुए हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया। इस समझौते के अनुसार LAC पर फेसऑफ आफ के दौरान हथियारों का इस्तेमाल करना वर्जित होता है और भारतीय सेना ने इसी समझौते का पालन किया।
Let us get the facts straight.
All troops on border duty always carry arms, especially when leaving post. Those at Galwan on 15 June did so. Long-standing practice (as per 1996 & 2005 agreements) not to use firearms during faceoffs. https://t.co/VrAq0LmADp
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) June 18, 2020
आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर सीमा विवाद पर हमला बोल रहे हैं। राहुल गाँधी ने हाल ही में एक वीडियो जारी करते हुए पूछा, ‘भाइयों और बहनों, चीन ने हिंदुस्तान के शस्त्रहीन सैनिकों की हत्या करके एक बहुत बड़ा अपराध किया है। मेरा सवाल है कि इन वीरों को बिना हथियार खतरे की ओर किसने भेजा?”