राहुल गांधी ने भारत के लॉकडाउन की तुलना अन्य देशों से करते हुए सरकार को बताया असफल

राहुल ने जो ग्राफ ट्वीट किया है, उसके मुताबिक स्पेन, जर्मनी, इटली और यूके में लॉकडाउन के बाद कोविड-19 मरीजों की संख्या में कमी आई, तब जाकर इन देशों ने लॉकडाउन उठाया। इसके उलट, भारत में लॉकडाउन के बाद मरीजों की संख्या बढ़ती ही गई।

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नई दिल्ली | कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देशव्यापी लॉकडाउन को कोरोना से निपटने में पूरी तरह असफल बताया है। उन्होंने भारत में घोषित लॉकडाउन की तुलना चार अन्य देशों के साथ करते हुए साबित करने की कोशिश की है कि लॉकडाउन से देश में कोरोना संकट कम नहीं किया जा सका है।

राहुल गांधी ने स्पेन, जर्मनी, इटली और यूके के साथ भारत में लॉकडाउन की घोषणा और उसके बाद की स्थिति का ग्राफ ट्वीट करते हुए लिखा,- “असफल लॉकडाउन ऐसा दिखता है।” भारत की इस स्थिति को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना भी साधा है।

इस ग्राफ के मुताबिक, स्पेन में 14 मार्च को लॉकडाउन लागू किया गया और 28 अप्रैल को लॉकडाउन उठा लिया गया। इस बीच वहां कोरोना का ग्राफ पीक पर पहुंचकर फिर नीचे आ चुका था। जर्मनी में 17 मार्च को लॉकडाउन घोषित किया गया और 22 अप्रैल को हटा लिया गया। वहां भी कोरोना का ग्राफ ऊपर चढ़कर नीचे आ गया था। इटली और यूके में भी यही हालत रहा। वहाँ भी लॉकडाउन शुरू होने के बाद कोरोना पर काफ़ी नियंत्रण देखने को मिला है। जबकि भारत मे ऐसा कुछ भी नहीं है।

राहुल ने जो ग्राफ ट्वीट किया है, उसके मुताबिक स्पेन, जर्मनी, इटली और यूके में लॉकडाउन के बाद कोविड-19 मरीजों की संख्या में कमी आई, तब जाकर इन देशों ने लॉकडाउन उठाया। इसके उलट, भारत में लॉकडाउन के बाद मरीजों की संख्या बढ़ती ही गई। बावजूद इसके देश में लॉकडाउन उठाया जा रहा है।

राहुल गांधी लॉकडाउन को लेकर केंद्र सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं। वो जब-तब यह साबित करने में जुटे रहते हैं कि लॉकडाउन लागू कर केंद्र सरकार ने देश का भला नहीं किया बल्कि कोरोना संकट के बीच अन्य गंभीर समस्याएं पैदा कर दीं।

केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी लॉकडाउन को देश की अर्थव्यवस्था और बड़ी आबादी के रोजगार के लिहाज से बेहद घातक बताते रहे हैं।

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