लखनऊ: केंद्रीय कैबिनेट के फैसलों का स्वागत करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि, ” देश के 14 करोड़ से अधिक किसानों की खुशहाली प्रधानमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुना करने का न केवल वादा किया, बल्कि इसके लिए अनेक प्रभावी कदम भी उठाए हैं। हर खेत को पानी, पर ड्रॉप मोर क्रॉप, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में लगातार बढ़ोतरी इसका प्रमाण है।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि, न्यूनतम पूंजी, जोखिम और कम इंफ्रास्ट्रक्चर में स्थानीय स्तर पर सर्वाधिक रोजगार देने की संभावना वाले सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को दिया गया पैकेज इस क्षेत्र के लिए वरदान सिद्ध होगा। इस क्षेत्र की सर्वाधिक इकाइयां उत्तर प्रदेश में ही हैं इसलिए इसका सर्वाधिक लाभ उत्तर प्रदेश को ही मिलेगा।
और पढ़ें: “वन नेशन वन राशन कार्ड” 61 करोड़ लोगों को होगा फायदा, प्रवासियों को दूसरे प्रदेशों में भी मिलेगा राशन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहतर गुणवत्ता के साथ इनका उत्पादन बढ़ाने के लिए सर्वाधिक हुनरमंद कामगार भी उत्तर प्रदेश में ही हैं। ऐसे में इस सेक्टर को मिले पैकेज का लाभ भी यहां की 90 लाख से अधिक एमएसएमई इकाइयों को सबसे अधिक मिलेगा। योगी ने कहा कि स्वदेशी उत्पादों के जरिए आत्मनिर्भर भारत की राह प्रशस्त होगी। इस क्षेत्र के लिए 20 हजार करोड़ रुपये के ऋण के प्रावधान और 50 हजार करोड़ रुपये के इक्विटी निवेश के मिलने से इस क्षेत्र में फैले आर्थिक संकट से भी निजात मिलेगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने पटरी दुकानदारों जैसे सब्जी, फल, चाय, आदि बेचने वालों की सुधि ली है।अब इनको मात्र सात प्रतिशत ब्याज दर पर आसान किश्तों में साल भर के लिए 10 हजार रुपये का ऋण मिल सकेगा। यह सभी निर्णय नए भारत के निर्माण में मील का पत्थर साबित होंगे।