Google Maps के लिए एक नया अपडेट रोल आउट किया गया है। इस नए अपडेट के साथ ही Google Maps की लोकेशन शेयरिंग फीचर को अपग्रेड किया गया है। अब यूजर्स अपने लोकेशन को प्लस कोड्स के जरिए शेयर कर सकेंगे। Google Maps में ये फीचर फिलहाल एंड्रॉइड यूजर्स के लिए जोड़ा गया है। आपको बता दें कि Google Maps में प्लस कोड का विकल्प अगस्त 2015 से ही मौजूद है लेकिन जो नया बदलाव आया है। उसमें यूजर्स प्लस कोड्स को एक्सपेंड करके इसका इस्तेमाल आसानी से एग्जेक्ट लोकेशन पर पहुंचने के लिए कर सकेंगे।
आपको बता दें कि नेविगेटर्स के लिए प्लस कोड एक डिजिटल अड्रेस होता है जो कि लॉन्गिट्यूड और लैटिट्यूड को-ओर्डिनेशन के जरिए क्रिएट होती है। ऐप में ग्लोबल पॉजीशनिंग सिस्टम (GPS) के द्वारा इन लॉन्गिट्यूड और लैटिट्यूड को जेनरेट किया जाता है। क्रिएट किए गए डिजिटल अड्रेस में प्लस कोड जेनरेशन टेक्नोलॉजी को रोल आउट किया गया है। Google Maps के डायरेक्टर प्रोग्राम मैनेजमेंट, डेविड मार्टिन ने अपने स्टेटमेंट में कहा कि प्लस कोड को जेनरेट करने वाली टेक्नोलॉजी भी एक ओपन सोर्स कोड है, जिसका मतलब है कि यह टेक्नोलॉजी सस्ती और इस्तेमाल करने के लिए फ्री है, तो कोई भी यह देख सकता है कि यह टेक्नोलॉजी किस तरह से काम करता है और इसके आधार पर अपने ऐप को डेवलप कर सकते हैं।
Google Maps में शेयर किए गए लोकेशन में प्लस कोड को देखने के लिए यूजर्स को मैप में मौजूद ब्लू डॉट पर टैप करना होगा। या फिर यूजर चाहे तो किसी भी स्पॉट पर लॉन्ग प्रेस करके वहां पिन मार्क करके कोड प्राप्त कर सकता है। इस प्लस कोड फीचर के अलावा Google Maps में कई और नई चीजें जोड़ी गई हैं, जिनमें near by places को देखकर पार्किंग को सेव करना शामिल है। जैसे ही आपके स्क्रीन पर प्लस कोड दिखाई देता है आप उसे कॉपी कर सकेंगे और उसे अपने कॉन्टैक्ट्स को शेयर कर सकेंगे। इसे वॉट्सऐप के साथ-साथ टेक्स्ट मैसेज या अन्य मैसेजिंग टूल के जरिए शेयर किया जा सकेगा।