भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण की सर्वाधिक मार भारत की अर्थव्यवस्था पर पड़ी है। भारत की अर्थव्यवस्था को अपनी पटरी पर लाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार द्वारा लगातार प्रयास कर रही है। इसी श्रृंखला में प्रधानमंत्री मोदी ने आज इंडस्ट्री एसोसिएशन सीआईआई के 125 साल पूरे होने पर कार्यक्रम को संबोधित किया। प्रधानमंत्री का यह संबोधन भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के ऊपर निर्भर रहा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “भारत की ग्रोथ फिर से लौटेगी। प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना, उद्योगों के द्वारा ही संभव है। अगर आप एक कदम बढ़ाएंगे तो सरकार आपके साथ चार कदम बढ़ाएगी।”
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“संकट के समय में भी भारत ने दुनिया की मानवीय मदद”: मोदी
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “कोरोना संक्रमण के कारण विश्व स्तर पर एक मंथन चल रहा है, क्योंकि भारत ने कोरोना संक्रमण में घिरे होने के बावजूद डेढ़ सौ से ज्यादा देशों तक मेडिकल सेवा को पहुंचाया।” इस कारण विश्व का भारत पर विश्वास बढ़ गया है और नई आशा का संचार भी हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, जिस तरह संक्रमण के बीच एक देश को दूसरे देश की मदद करने में कठिनाई हो रही थी। ऐसे वक्त में भी हमारे भारत ने एक देश में नहीं बल्कि डेढ़ सौ से ज्यादा देशों तक मेडिकल सप्लाई पहुंचा कर देशों की मानवीय मदद करने का कार्य किया। दुनिया एक भरोसेमंद साथी की तलाश कर रहा है और भारत के अंदर वह साथी बनने की क्षमता है।
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भारत को बनाना है आत्मनिर्भर देश
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखकर 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज की घोषणा की। जिसका लक्ष्य है भारत को आत्मनिर्भर बनाना। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाना, बिना उद्योग संगठनों की मदद के संभव नहीं है। इसलिए अगर उद्योग संगठन एक कदम बढ़ाएंगे तो सरकार उनके साथ चार कदम बढ़ाएगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब हमें ऐसे प्रोडक्ट बनाने चाहिए जो मेड इन इंडिया हो लेकिन मेड फॉर फॉरेन भी हो। क्योंकि भारत ने अगर इस समय का फायदा उठा लिया तो भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता।
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