कोरोना के खिलाफ लड़ाई के बीच भारत के लगभग हर बड़े राज्य ने लॉकडाउन को हटाने के साथ कई चीज़ों में ढील देनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात समेत कई राज्य अपने लोगों से इस मुश्किल घड़ी में एतिहात बरतने का आग्रह कर रहें है लेकिन वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोरोना के आगे अभी से हथियार डाल दिए है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की जनता से अपील की है कि वह इस वायरस को अब सामान्य मान ले।
ममता बनर्जी ने खुद को लाचार बताते हुए कह दिया है कि वह कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकती। द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक ममता बनर्जी ने कहा “यह मेरे हाथ में नहीं रह गया। अब मुझे कुछ नहीं करना है। आप अपने बगल में कोरोना के साथ सो सकते हो। इसे अपना तकिया बनाएँ। मुझे माफ करें।” पश्चिम बंगाल में इस समय कोरोना मरीजों की संख्या 5 हजार के पार पहुँच गयी है।
ममता बनर्जी ने बंगाल में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के पीछे का कारण केंद्र को बताया है। दरअसल पिछले कुछ समय से केंद्र और ममता बनर्जी के बीच खींचतान भी लगातर बढ़ती जा रही थीं। उन्होंने श्रमिक ट्रेनों से लौटते प्रवासी मजदूरों पर सवाल उठाते हुए कहा था कि राज्य में शुरुआती दिनों में स्तिथी नियंत्रण में थी। लेकिन बाद में मजदूरों के लौटने से कोरोना के मामले बंगाल में लगातार बढ़े है।
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ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य में 5 लाख मजदूरों की वापसी हुई है। इनमें से अधिकतर दिल्ली और महाराष्ट्र से लौटे है। ट्रेनों में इन मजदूरों ने जर्झर हालात में यात्रा की थी। जिस वजह से जो संक्रमित नहीं थे, वो भी हो रहे हैं।
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