लॉकडाउन के बीच रविवार को अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कर्नाटक की राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस के सिल्वर जुबली कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने इस संकट के समय में कोरोना वॉरियर्स की अहम भूमिका बताते हुए कहा कि भले ही कोरोना एक अदृश्य दुश्मन हो लेकिन हमारे कोरोना वॉरियर्स अजेय योध्या है। इसके अलावा उन्होंने कहा जिस तरह दूसरे विश्व युद्ध ने दुनिया को बदल दिया था, वैसे ही कोरोना के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में स्पष्ट कर दिया कि कोरोना की जंग में अहम भूमिका निभा रहे फ्रंटलाइन वॉरियर्स के साथ किसी भी तरह का गलत या बुरा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा ‘कोरोना वायरस भले ही इनविजिबल है, लेकिन कोरोना वॉरियर्स विंसिबल हैं। डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी बिना वर्दी वाले सैनिक हैं। लिहाजा हमें मानवता से जुड़े विकास की ओर देखना होगा। अज्ञात शत्रु और अजेय योद्धाओं के बीच चल रही इस लड़ाई में हमारे मेडिकल योद्धा निश्चित रूप से जीत हासिल करेंगे’।
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देश की दुरुस्त होती स्वास्थ्य व्यवस्था पर बात करते हुए उन्होंने कहा ‘स्वास्थ्य के मामले में भारत ने पिछले 6 साल में बड़े फैसले लिए हैं, हम चार पिलर पर काम कर रहे हैं। आज देश में पीपीई किट, N-95 मास्क बन चुके हैं और सब मेड इन इंडिया हैं। मिशन इंद्रधनुष, आयुष्मान भारत समेत कई अहम योजनाओं ने देश के स्वास्थ्य सिस्टम में एक नई जान फूंकी है। आयुष्मान भारत योजना ने 2 साल से भी कम समय में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को लाभान्वित किया हैं। देश में 22 नए AIIMS खुले है। पिछले पांच साल में देश में एमबीबीएस की 30 हजार सीटें बढ़ गई हैं और पोस्ट ग्रैजुएशन की सीटों में 15 हजार की बढ़ोतरी हुई हैं।’