कोरोना महामारी की वजह से देशभर में लगे लॉकडाउन में अब ढील दिए जाने के साथ और चीजों को भी फिर से शुरू करने की कोशिशें भी तेज हो गई हैं। ऐसे में देशभर में श्रद्धालुओं के लिए बंद पड़े मंदिरों को खोलने की कवायद भी शुरू होने लगी है। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु जैसे राज्यों में 1 जून से मंदिर खोलने की मांग भी की जा रही है। आंध्र प्रदेश के तिरुपति बाला जी मंदिर ने भक्तों के लिए नई पहल की है। अब मंदिर का प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम् आधी कीमत पर भक्तों को घर पहुंचाया जाएगा। जल्दी ही तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम् ट्रस्ट इसकी शुरुआत करेगा। 50 रुपए में मिलने वाला लड्डू अब 25 रुपए प्रतिनग के हिसाब से मिलेगा। मंदिर इसके लिए थोक ऑर्डर भी लेगा। ट्रस्ट के चेयरमैन वाय.एस. सुब्बारेड्डी के मुताबिक लगभग 60 दिनों से भक्त भगवान बालाजी के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं। अभी भी मंदिर खुलने को लेकर अनिश्चितता है।
ऐसे में यह तय किया गया है कि फिलहाल जो भक्त किसी कारणवश मंदिर नहीं आ पा रहे हैं, उन्हें भगवान का पवित्र लड्डू प्रसादम् घर बैठे दिया जाए। इसके लिए आंध्र प्रदेश के 13 जिलों, साथ ही तेलंगाना के हैदराबाद, तमिलनाडु के चेन्नई और कर्नाटक के बंगलुरू के सेंटर्स पर लड्डू प्रसाद भिजवाए जा रहे हैं। ट्रस्ट ने लड्डू की कीमतों में 50 फीसदी की कमी भी की है। 175 ग्राम वाले एक लड्डू की कीमत अब 50 की जगह 25 रुपए होगी। लॉकडाउन के पहले मंदिर में एक दिन में तीन लाख लड्डू प्रसादम् बनता था। इसकी पूरी विधि अलग है और पूरी शुद्धता के साथ इनका निर्माण होता है। रोज लड्डू प्रसादम के निर्माण में तीन हजार किलो काजू लगते हैं। ये देश का एकमात्र मंदिर है, जहां लड्डू प्रसादम् का रोज लैब टेस्ट होता है। टेस्ट के बाद ही प्रसाद भक्तों को दिया जाता है। इतना ही नहीं लॉकडाउन के पहले मंदिर में रोजाना 80 हजार से एक लाख तक श्रद्धालु आते थे। लेकिन, लॉकडाउन खुलने के बाद इस संख्या को अधिकतम 25 हजार तक रखा जाएगा।अलग-अलग टाइम स्लॉट में दर्शन की अनुमति मिलेगी। हर स्लॉट के बाद मंदिर को सैनिटाइज किया जाएगा।