कोरोना वायरस महामारी के बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है। जम्मू एवं कश्मीर में डोडा जिले के एक गांव में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में रविवार को 2 आतंकी मारे गए जबकि 1 जवान भी शहीद हो गया है। सुरक्षाबलों ने सुबह जल्दी ही आतंकियों के ठिकाने का पता लगने के बाद से घेराबंदी शुरू कर दी थी। डोडा के जंगल में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने के बाद एनकांउटर शुरू किया गया। आतंकियों के एनकांउटर के लिए 10 राष्ट्रीय रायफल, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ज्वाइंट ऑपरेशन कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद डोडा शहर से 26 किलोमीटर दूर गुंडाना इलाके में पोस्ता-पोत्रा गांव में एक संयुक्त अभियान चलाया। इसके बाद दोनों ओर से मुठभेड़ शुरू हो गई।
सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, एक आतंकवादी की पहचना औकाफ नाम से की गई है, जो मारे गए आतंकी हारून अब्बास वानी का सहयोगी है। जम्मू के डोडा, किश्तवाड़ और रामबन ज़िलों को उग्रवाद मुक्त घोषित किया गया था। और अब वहां भी आतंकी हमले और आतंकवाद से संबंधित गतिविधियां देखी जा रही हैं। डोडा जिले में इस साल सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच यह दूसरी मुठभेड़ है। सुरक्षाबलों ने हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख रियाज नाइकू को इस महीने की शुरूआत में कश्मीर में मार गिराया था। रियाज नाइकू के मारे जाने के बाद से हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी घाटी में हमला करने की फिराक में थे। लेकिन हमारे सुरक्षाबल उन्हें कामयाब होने नहीं दे रहे हैं। इससे पहले सुरक्षाबलों ने रविवार को पुलवामा जिले के चाकुरा गांव से सर्च ऑपरेशन के दौरान हिजबुल मुजाहिदीन के हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया था। जिसमें 1 सेल्फ लोडिंग रायफल, 2 पिस्टल, कई बैटरी, विस्फोटक और बड़ी मात्रा में गोला-बारूद थे।