कोरोना वायरस से लगे लॉकडाउन के कारण दुनियाभर की अर्थव्यवस्था चरमराने के साथ ही पूरी दुनिया में कई लोगों के उद्योग-धंधे को भी चौपट कर चुका हैं। लेकिन लॉकडाउन के दौरान में कुछ कंपनियां ऐसी भी हैं जो की इस संकट की स्थिति में भी मुनाफ़ा कमाने में कामयाब रही हैं। लॉकडाउन के चलते कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को घर से काम निर्देश दे दिए थे। सॉफ्टवेयर बनाने वाली कंपनियों के लिए यह ख़बर अच्छी साबित हुई। अगर इस दौरान ज़ूम एप्प की बात करें तो ज़ूम ऐप का स्टॉक मूल्य दिसंबर की तुलना में दोगुना हो गया है और यूज़र्स की संख्या एक करोड़ से बढ़कर दो करोड़ हो गई है। लॉकडाउन से पहले इस ऐप को बहुत ही कम लोग जानते थे। लेकिन अब कैबिनेट की मीटिंग से लेकर तमाम दफ़्तरों की मीटिंग इसी पर हो रही हैं। मार्च में माइक्रोसॉफ़्ट टीम्स ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान इसके 4.4 करोड़ यूज़र्स हो गए हैं। इसमें एक हफ़्ते में 40 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है। लॉकडाउन के इस समय में रिमोट-एक्सेस सॉफ्टवेयर टीमव्यूअर की मांग भी बढ़ी है।
वर्क चैट ऐप स्लैक के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ने कहा है कि मार्च के अंत तक हर दिन यूज़र्स के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। इन दिनों ऑनलाइन गेम खेलने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लोग अपना जायदातर वक़्त ऑनलाइन गेम्स खेलकर गुज़ार रहे है। हाल ही में लॉन्च हुए नए गेम ‘कॉल ऑफ ड्यूटी’ के दस लाख यूज़र हो गए हैं। विश्लेषकों का मानना है कि इस दौरान गेम्स की बिक्री में 35 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ और हार्डवेयर की बिक्री में 63 फ़ीसदी का इज़ाफ़ा हुआ है। वीडियो गेम्स के अतिरिक्त वीडियो स्ट्रीमिंग कंपनियों को भी लॉकडाउन का फ़ायदा मिल रहा है। हाल ही में नेटफ्लिक्स में 16 लाख नए लोगों ने सब्सक्राइब किया है। वहीं डिज़्नी प्लस भी नेटफ़्लिक्स को बाज़ार में कड़ी चुनौती दे रहा है। अमेज़न के ग़ैर-जरूरी उत्पादों की बिक्री पर रोक लगाने के बावजूद भी अमेज़न के मालिक जेफ़ बेज़ोस ने लॉकडाउन के दौरान अपनी संपत्ति में 24 बिलियन डॉलर की वृद्धि की है। वहीं ब्रिटेन में 1946 के बाद कारों की बिक्री में सबसे बड़ी कमी देखी गई है। उबर कम्पनी में काम करने वाले कई कर्मचारियों की नौकरी चली गयी है। ई-स्कूटर्स और दूसरे पब्लिक ट्रांसपोर्ट का भी यही हाल है क्योंकि लॉकडाउन की वजह से कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट इस्तेमाल नहीं कर रहा है। इस व्यवसाय से जुड़े सैकड़ों लोग बेरोज़गार हो चुके हैं।