मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के शासन में पिछले करीब दस महीने में बेरोजगारी की दर सात प्रतिशत से घटकर 4.2 प्रतिशत हो गई है। दरअसल, सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट में ये बात सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2018 में प्रदेश में बेरोजगारी दर 7% थी, जो कि सितंबर 2019 के अंत में गिरकर 4.2% पर आ गई है। रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि जनवरी 2019 से लेकर अगस्त 2019 तक ग्रामीण और शहरी इलाकों में रोजगार को लेकर बड़े बदलाव हुए हैं। वहीं पूरे देश की बात करें तो CMIE की रिपोर्ट के अनुसार, देश में बेरोजगारी दर 8.1% तक पहुंच गई है।
सीएमआईई की रिपोर्ट में ये बात भी सामने आई है कि देश के दस राज्यों में बेरोजगारी की दर अधिक है। इनमें छह राज्यों में भाजपा का शासन है। सीएम ऑफिस ने कमलनाथ सरकार की इस उपलधि की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश में 40% तक बेरोजगारी कम हुई है. वहीं भाजपा का कहना है कि यदि बेरोजगारी के स्तर पर कोई सफलता मिली भी है तो वह केन्द्र सरकार की योजनाओं के चलते मिली है। बता दें कि CMIE एक मुंबई स्थित बिजनेस इन्फोरमेशन कंपनी है।