लखनऊ | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी को करारा जवाब दिया। सीएम योगी ने प्रतिपक्ष के नेता को 7 पेज के पत्र के माध्यम से जवाब दिया। उन्होंने लिखा कि- “उत्तर प्रदेश सरकार व उसका कोई भी अधिकारी कोरोना संक्रमितों की संख्या छिपाने का कोई प्रयास नहीं कर रहा है। बल्कि अधिक से अधिक सर्विलांस एवं सर्वे के जरिए लोगों की पहचान व टेस्टिंग की जा रही है। 2.50 करोड़ से अधिक व्यक्तियों का सर्वे कराकर सर्विलांस पर रखा गया है।
सभी सरकारी अधिकारी व कर्मचारी पूरे मनोयोग के साथ कोविड 19 की रोकथाम एवं बचाव में जुटे हुए हैं। ऐसे अधिकारियों व कर्मचारियों का मनोबल बढ़ाने के बजाय निरर्थक आरोप लगाना उचित नहीं है। हमें सकारात्मक बनकर कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में सहभागी बनना चाहिए।” दरअसल, नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखते हुए कहा था कि प्रदेश में अधिकारी कोरोना संक्रमितों की संख्या जानबूझ कर छिपा रहे हैं। उन्होंने प्रवासी मजदूरों के पैदल चलने का भी मुद्दा उठाया था।
ऐसे में अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके आरोपों का विस्तार से जवाब दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा कि यूपी दिल्ली बॉर्डर पर लाखों कामगार बिना किसी सहारे के छोड़ दिए गए थे। उन्हें रातों रात बस लगा कर प्रदेश में लाया गया। कोटा, राजस्थान में फंसे 12 हजार से अधिक तथा प्रयागराज में 15 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को भी निशुल्क बसों से घरों तक पहुंचाया गया। देश में इस व्यवस्था की पहल सबसे पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने की थी, इसका अनुसरण अन्य प्रदेशों ने भी किया।
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