लखनऊ | उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अब तक 50 हजार से अधिक प्रवासी कामगारों एवं छात्र-छात्राओं को प्रदेश में वापस लाया चुकी है। प्रयागराज में रह रहे लगभग 15 हजार छात्र-छात्राओं को उनके विभिन्न गृह जनपदों में भेजा गया। गुजरात से प्रवासी कामगारों को लेकर दो ट्रेनें प्रदेश में आ चुकी हैं तथा पांच ट्रेनें जल्द ही प्रदेश आ रही हैं। इसके अतिरिक्त महाराष्ट्र से दो ट्रेनें लगभग 2300 प्रवासी श्रमिकों एवं कामगारों को लेकर आ चुकी हैं तथा दो ट्रेनें नागपुर एवं अमरावती से भी आ चुकी हैं। कर्नाटक, केरल एवं पंजाब सहित अन्य प्रदेशों से भी प्रवासी मजदूरों को लाने की कार्यवाही बड़ी तेजी से की जा रही है।
उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने मीडिया सेन्टर में प्रेस कांफ्रेस में बताया कि ‘गुजरात से 2 ट्रेनें आ गई हैं, जबकि 5 ट्रेनें बहुत जल्द पहुंचने वाली हैं। इसी प्रकार से महाराष्ट्र से 2 ट्रेनों से 2273 लोगों की वापसी हुई है। कनार्टक, केरल और पंजाब से भी शीघ्र ट्रेनें आने वाली हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी जनपदों में वरिष्ठ आईएएस व वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को भेजकर राहत कार्यों का निरीक्षण करने का निर्देश दिया है।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सात हजार लोगों को पृथक इकाई से घर पर पृथक रहने के वास्ते भेजने की तैयारी भी कर ली गई है। मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिया है कि हॉटस्पॉट (संक्रमण से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र) में रहने वाले कर्मियों को उनके कार्यस्थल पर न जाने दिया जाए। इसके साथ ही योगी ने आगरा, लखनऊ, मेरठ, कानपुर नगर, मुरादाबाद, सहारनपुर, फिरोजाबाद आदि जनपदों में विशेष निगरानी का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने और कोरोना वायरस संक्रमण के उपचार व रोकथाम के संबंध में अहम दिशा- निर्देश दिए हैं।