चीन की जानी मानी सोशल मीडिया एप्प टिक-टॉक (Tik-Tok) ने हाल ही में एक बड़ा ऐलान किया है। दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस की वजह से फैली सनसनी के चलते वायरल हो रही झूठी खबरों की वजह से टिक-टॉक ने अपनी एप्प में एक नया फीचर जोड़ा है। खबरों के मुताबिक टिक-टॉक ने कोरोना वायरस को ध्यान में रखते हुए ऐसी अफवाहें फैलाने वालों को आड़े हाथों लेने की पूरी तैयारी कर ली है। ये रिपोर्टिंग फीचर यूजर्स कई फेज़ में अवेलेबल हैं। इस फीचर की खास बात ये है कि ये हर फेक कंटेंट को रिपोर्ट करने की सहूलियत देगा जो ऐसे समय में गलत खबर या माहौल पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसी खबरों को ब्लॉक करने से लोग मिस लीड होने से बच पाएंगे।
जिस भी टिक-टॉक यूजर को ये लगता है कि उसे दिखने वाला कंटेंट गलत है तो उसे “मिसलीडिंग इन्फॉर्मेशन” ऑप्शन में जाकर उसे सिलेक्ट करना होगा। टिक-टॉक में मौजूद इस नई केटेगरी की कई सब केटेगरी हैं जिसमें से एक कोविड-19 को रखा गया है। टिक-टॉक इंडिया ने इसका जिम्मा IFCN-सर्टिफाइड विश्वास न्यूज को दिया है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि ये जागरण ग्रुप का फैक्ट-चेकिंग विभाग है। इतना ही नहीं फेक खबरों पर लगाम लगाने के लिए और भी कई कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। जिसमें से एक में टिक-टॉक ने मिसइन्फॉर्मेशन रिसर्च ग्रांट के लिए 35 लाख रुपये के प्रस्ताव को सामने रखा है। इसमें खबरों के शुरू होने से उनके वायरल होने तक की पूरी जानकारी से डील किया जाएगा ताकि जनता में किसी भी मुद्दे को लेकर सनसनी ना फैले।
यूं तो जब से चीन ने इस एप्प को लॉन्च किया है तभी से इस पर फेक खबरों की बाढ़ सी रही है, लेकिन कोरोना वायरस को लोगों ने इस बार सबसे बड़ा मुद्दा बना दिया है। जिससे एप्प ओनर्स की मुसीबतें बढ़ चुकी हैं। पिछले महीने की शुरुआत में इलेक्ट्रॉनिक्स और इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी मंत्रालय ने टिक-टॉक और हेलो (Helo) को कड़ी चेतावनी देते हुए फेक खबरें फैलाने वाले यूजर्स को ब्लॉक करने की सलाह दी थी।
जानें क्या है टिक टॉक
ये चीन की एक सोशल मीडिया एप्प है जिसपर कोई भी अपने स्मार्टफोन के जरिए छोटी वीडियो बनाकर लोगों को शेयर कर सकता है। टिक टॉक को साल 2016 में सितंबर के महीने लॉन्च किया था। हालांकि इसे पॉपुलैरिटी साल 2018 में मिली। इसी के साथ उसी साल अक्टूबर में ये अमरीका में सबसे ज़्यादा डाउनलोड किया जाने वाला एप्प बन गया। वहीं भारत की बात की जाए तो यहां इसे डाउनलोड का आंकड़ा 100 मिलियन के ज़्यादा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक इसे हर महीने लगभग 20 मिलियन भारतीय इस्तेमाल करते हैं।
टिक-टॉक की कुछ खास बातें –
- अगर आप टिक-टॉक पर वीडियो बनाते हैं तो उसपर आप अपनी वाइस में तो वीडियो रिकॉर्ड कर ही सकते हैं इसी के साथ आप दूसरों की रिकॉर्डिड वाइस पर लिप-सिंक भी कर सकते हैं।
- गूगल प्ले स्टोर के मुताबिक इसे 13 साल से ज़्यादा उम्र के लोग ही डाउनलोड कर सकते हैं।
- प्राइवेसी के लिहाज़ से टिक-टॉक ख़तरों से खाली नहीं है। क्योंकि इसमें सिर्फ़ 2 प्राइवेसी सेटिंग की जा सकती है –
- “पब्लिक”और “ओनली”। यानी आप वीडियो देखने वालों में कोई फ़िल्टर नहीं लगा सकते। या तो आपके वीडियो सिर्फ़ आप
- देख सकेंगे या फिर हर वो शख़्स जिसके पास इंटरनेट है।
- वहीं अगर आप अपना टिक-टॉक अकाउंट डिलीट करना चाहते हैं तो उसके लिए आपको टिक-टॉक से रिक्वेस्ट करनी होगी।