कोरोना वायरस के संकट के बीच भारत सरकार कई ऐसे प्रयत्न कर रही है जिससे इस वायरस की चेन को जल्द तोड़ा जा सके और इस वायरस के संक्रमण के प्रभाव से लोगो को बचाया जा सके। इसी कड़ी में केंद्र ने आरोग्य सेतु एप को बड़ा हथियार बनाया है। प्रधानमंत्री लगातार लोगों से इस एप को अपने फोन में डाउनलोड करने का आग्रह कर चुके है। पीएम मोदी के आग्रह के आदेश पर अभी तक देशभर में करीब 75 मिलियन यानि 7.5 करोड़ लोग इस एप को डाउनलोड कर चुके है।
इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री, संजय धोत्रे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बात की जानकारी दी। इस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग एप के तर्ज पर भारत ही नहीं, बल्कि कई देश इस तरह के एप की मदद ले रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब 60 प्रतिशत लोग इस तरह की एप को डाउनलोड कर चुके है।
कैसे काम करता है आरोग्य सेतु एप?
आरोग्य सेतु एप एक लोकेशन आधारित एप है जिसे एंड्रॉइड और आईओएस दोनों डिवाइस में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस एप को भारत सरकार ने 2 अप्रैल को लॉन्च किया था। ये एप लोकेशन और ब्लूटूथ आधारित है। अगर आपके फ़ोन में ये एप है और आप किसी कोरोना संक्रमित इलाके में जाते हैं तो एप आपको अलर्ट करेगा। लेकिन आपके फोन में ब्लूटूथ 24 घंटे ऑन रहना चाहिए। क्योंकि 10 मीटर की रेंज में किसी के संपर्क में आने पर ब्लूटूथ आधारित एप लोगों को अलर्ट करते हैं।
ऐसे दिखता है खतरा
इस एप के तहत हरे और पीले रंग से आपको खतरे के स्तर का पता चलता है। अगर आपको ग्रीन दिखाया जाता है तो आप सुरक्षित है और आपको कोई खतरा नहीं है जबकि पीले रंग की घंटी बजने पर आपको बताया जाता है कि आप जोखिम में है और आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।