नई दिल्ली | मानवाधिकार कार्यकर्ती और वरिष्ठ वकील आभा सिंह ने संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल को पत्र लिखकर चीन के खिलाफ कार्रवाई करने की माँग की है। साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन के खिलाफ जांच कराए जाने की मांग भी की है। वकील आभा सिंह ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटानियो गुटेरेस को भेजे याचिका पत्र में कहा है कि कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में भारी तबाही मचाई है। दुनिया भर के लोगो के अच्छे स्वास्थ्य के अधिकार का चीन ने हनन किया है।
कोरोना से पहले भी चीन ने सार्स, बर्ड फ्लू जैसी बीमारी भी दुनिया को दी है। उन्होंने माँग उठाई है कि चीन दुनिया के 200 से अधिक देशों को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई करे। आभा सिंह ने कहा कि चीन ने यह महामारी दुनिया से छिपाई और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी चीन पर जवाबदेही नहीं तय की है। WHO की चीन से साठगांठ के कारण कोरोना के खतरे से बहुत देर बाद विश्व समुदाय को आगाह किया गया।
डब्ल्यूएचओ ने 11 मार्च को कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया‚लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। ऐसे में आभा सिंह ने डब्ल्यूएचओ के खिलाफ भी जांच करने की माँग उठाई है। आभा सिंह ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखकर मांग की है कि भारत संयुक्त राष्ट्र के जनरल असेंबली में चीन के खिलाफ प्रस्ताव लाए, दुनिया के सभी देशों को चीन के खिलाफ एक मंच पर लाए और विश्व स्वास्थ्य संगठन पर भी जांच कराने के लिए दबाव डालें।
Image Source: Tweeted by @rgs14