लखनऊ | यूपी सरकार कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए बेहद गंभीर नजर आ रही है। राज्य सरकार की ओर से इलाज की त्रिस्तरीय व्यवस्था की गई है। प्रत्येक जिले में एक या दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को लेवल वन का कोविड-19 अस्पताल बनाया गया है। इसके साथ ही कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए उत्तर प्रदेश में 24 सरकारी मेडिकल कॉलेज, 28 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज तथा 13 प्राइवेट अस्पताल लेवल 2 के तैयार किये जा चुके हैं।
इस तरह प्रदेश में कुल 65 अस्पतालों में कोविड-19 से लड़ने के लिए लेवल 2 की व्यवस्था मौजूद है। मरीजों की हालत बिगड़ने पर उन्हें लेवल टू के अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा। महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ.केके गुप्ता ने बताया कि लेवल टू के अस्पतालों में 20 वेंटिलेटर युक्त बेड और आवश्यकता के अनुसार अस्पतालों में अलग-अलग अधिकतम 200 तक आइसोलेशन बेड की व्यवस्था की गई है।
बीते दिनों मुख्य सचिव आरके तिवारी ने जरूरत के अनुसार प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों व अस्पतालों को अधिगृहित करने के निर्देश दिए थे। इसी के तहत अधिगृहण कर कोरोना मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल तैयार किए जा रहे हैं। कोरोना से निपटने के लिए प्रदेश भर में अब तक 9442 आइसोलेशन बेड तैयार किए जा चुके हैं। जरूरत के अनुसार इनकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। वहीं प्रदेश के छह विशिष्ट चिकित्सा संस्थानों में लेवल थ्री के विशेष कोविड-19 अस्पताल भी बनाए गए हैं।