COVID-19 से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आग्रह पर बुलाई गई G-20 देशों की बैठक को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित किया। इस बैठक का उद्देश्य कोरोना के खिलाफ अन्य देशों के सुझाव को साझा करना था जिससे आने वाले समय में इस वैश्विक महामारी से जल्द निपटा जा सके। पीएम मोदी ने दुनिया के सामने नई पहल और प्रयासों की आवश्यकता बताई साथ ही कई सुझाव भी दिए। ये पहला अवसर था जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के पीएम शिंजो आबे, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग समेत कई मुल्कों के प्रमुख राजनेताओं ने एक साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये कोरोना के खिलाफ अपने सुझाव साझा किए हों।
पीएम मोदी के आग्रह पर बुलाये गए इस सम्मेलन की अध्यक्षता सऊदी अरब के सुलतान सलमान बिन अब्दुल अजीज अल-सऊद ने की। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पीएम मोदी ने कहा वैश्विक समृद्धि, सहयोग के लिए हमारे दृष्टिकोण के केंद्र बिंदु में आर्थिक लक्ष्यों के स्थान पर मानवता को रखा जाना चाहिए। कोरोनावायरस के 90 फीसदी मामले जहां G-20 मुल्कों से, वहीं 88 फीसदी मौतें भी इसी क्षेत्र में दर्ज की गई हैं। ऐसे में जरूरत है कि इसके असर को कम करने के लिए कारगर रणनीति बनाई जाए।
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक G-20 देशों ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सिर्फ क्षेत्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी भारत की भूमिका को अन्य नेताओं ने काफी सराहा। ख़बरों की माने तो कोरोना के चलते त्रस्त हुई अर्थव्यवस्था और नुकसान के चलते इस बैठक में 5 ट्रिलियन डॉलर की मदद करने का फैसला भी लिया गया।
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