कोरोना वायरस के संक्रमण को बढ़ते देख पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के लोगों से वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संवाद किया। ये पहला मौका था जब पीएम मोदी ने राष्ट्र को 2 बार संबोधित करने के बाद अपने संसदीय क्षेत्र के लोगों से सीधे तौर पर बातचीत की। संवाद की शुरुआत में पीएम मोदी ने काबुल में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया और लोगों को नवरात्र के पहले दिन की सुभकामनाएँ दी। पीएम मोदी ने कहा ‘नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है, उन्हें प्रकृति की देवी भी कहा जाता है। आज देश जिस संकट के दौर से गुजर रहा है, उसमें हमें उनके आशीर्वाद की जरूरत है। मेरी मां शैलपुत्री से कामना है कि कोरोना महामारी के खिलाफ देश ने जो युद्ध छेड़ा है, उसमें हमें विजय मिले।‘
पीएम ने कहा ‘काशी का अनुभव शाश्वत, सनातन, समयातीत है। और इसलिए, आज लॉकडाउन की परिस्थिति में काशी देश को सिखा सकती है- संयम, समन्वय, संवेदनशीलता। काशी देश को सिखा सकती है- सहयोग, शांति, सहनशीलता। काशी देश को सिखा सकती है- साधना, सेवा, समाधान।‘ इसके आगे पीएम मोदी ने इस स्थिति में महाभारत के युद्ध का जिक्र भी किया। पीएम ने कहा ‘महाभारत का युद्ध 18 दिन में जीता गया था, आज कोरोना के खिलाफ जो युद्ध पूरा देश लड़ रहा है, उसमें 21 दिन लगने वाले हैं। हमारा प्रयास है इसे 21 दिन में जीत लिया जाए। महाभारत के युद्ध में भगवान श्रीकृष्ण सारथी थें, आज 130 करोड़ महारथियों के बलबूते पर हमें कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई को जीतना है। इसमें काशीवासियों की बहुत बड़ी भूमिका है।‘