कोरोना वायरस के संक्रमण, लक्षण और इससे बचाव की जानकारी देने के लिए इंदौर में एक रोबोट तैयार किया गया है। इसमें वायरस से संबंधित सभी जानकारी डाली गई है। सेंसर तकनीक से चलने वाले रोबोट में एक संदेश भी डाला गया है। यह गलियों-मोहल्लों में घूमकर लोगों को जागरूक करेगा। इंसानों की जगह इसे तैनात किया जा सकेगा। इसे तैयार करने वाले शहर के युवा नवोन्मेषी मुदित ठक्कर और लोकेंद्र जोहरे का कहना है कि कोरोना वायरस से निबटने के लिए इसे तैयार किया गया है ताकि जिन कामों में इंसानों को लगाना पड़े, कम से कम वे काम रोबोट के जरिये निबटा लिए जाएं। जागरूकता फैलाना इसमें सबसे अहम है। वायरस के कारण कई स्थानों से इंसानों की सेवाओं को बंद किया जा रहा है। जहां सिर्फ संदेश देने का काम है, वहां रोबोट का इस्तेमाल किया जा सकता है। रोबोट को तैयार करने में करीब एक महीने का समय लगा है। इसमें लगे सेंसर से इंसान की पहचान हो जाती है और व्यक्ति के सामने आते ही रोबोट उनसे बात करने लगता है। इसका इस्तेमाल गली-मोहल्लों में जागरूकता फैलाने के लिए किया जा सकता है।
अस्पतालों और आवश्यक सेवाओं वाले सार्वजनिक स्थलों पर इसकी तैनाती की जा सकती है। आगे चलकर आवश्यकता के अनुसार इसे और भी कामों में लेने के लिए अपडेट किया जाएगा। मुदित ने बताया कि इस समय सभी को एक-दूसरे से दूरी बनाने की जरूरत है। ऐसे में ये रोबोट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। रोबोट की डिजाइनिंग, बॉडी, प्रोग्रामिंग शहर में ही किए गए हैं। अगर इंदौर प्रशासन को इस तरह के रोबोट की आवश्यकता होती है तो वे रोबोट देने के लिए तैयार हैं। रोबोट को खासकर कोरोना वायरस से बचाव से जुड़ी हर तरह की जानकारी देने के लिए डिजाइन किया गया है। जिन जगहों पर अब तक किसी व्यक्ति की सेवा ली जा रही थी, वहां रोबोट को तैनात कर इसे आजमाया जा सकता है। रोबोट का नाम कार्तिकेय रखा गया है। रोबोट को और हाईटेक बनाने के लिए इंटरनेट ऑफ थिंग्स से भी जोड़ा जा सकता है, लेकिन उसकी लागत ज्यादा आने से फिलहाल सेंसर बेस्ड रोबोट तैयार किया गया है।