जहानाबाद । CAA और NRC के विरोध में जहानाबाद में भी अरवल मोड़ के निकट एक और शाहीन बाग बना हुआ है। जहां लोग इस एक्ट के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाता यह धरना चलता रहेगा, ऐसा यहां पर धरना दे रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों का कहना है। धरने पर बैठे लोगों को यहां करीब डेढ़ महीने से ज्यादा हो चुका है। इनके धरना और विरोध को समर्थन देने विपक्ष के कई बड़े नेता यहां पहुंच चुके हैं।
कुछ दिन पहले कन्हैया कुमार पहुंचे थे तो आज इसी में एक बड़ा नाम कांग्रेस के कद्दावर नेता और केंद्र में मंत्री रह चुके शकील अहमद का भी आता है। शकील अहमद आज इन लोगों के बीच पहुंचे और इनके NRC और CAA के विरोध का समर्थन किया। CAA और NRC के इनके विरोध को सही ठहराते हुए शकील अहमद ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार एक खास समुदाय की धुर विरोधी होती जा रही है और एक खास धर्म-संप्रदाय के खिलाफ साजिश कर रही है। पहले जो काम अंग्रेज किया करते थे, भारत को हिंदू मुसलमान में बांट कर रखना चाहते थे और आपस में हिंदू-मुसलमान लड़ते रहें ऐसा चाहते थे, कुछ ऐसा ही आज भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह कर रहे हैं।
एक और जहां नरेंद्र मोदी कहते थे कि हम जल्द ही NRC ला रहे हैं वहीं रामलीला मैदान में कहते हैं कि कौन NRC कैसा NRC? एक तरफ इनके सरकार के मंत्री कहते हैं कि डिटेंशन सेंटर में अब तक 28 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं दूसरी ओर नरेंद्र मोदी कहते हैं कैसा डिटेंशन सेंटर कौनसा डिटेंशन सेंटर? वर्तमान केंद्र सरकार पूरी तरह मुस्लिम कौम के खिलाफ काम रही है और भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की ओर अग्रसर है। जो हम होने नहीं देंगे और इस काले क़ानून का विरोध करते रहेंगे और इस विरोध के समर्थन में वे खुद और कांग्रेस पार्टी मजबूती से खड़ी रहेगी। उन्होंने वर्तमान यूपी सरकार को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि योगी सरकार कहती है कि बोली से नहीं मानेंगे तो गोली से मानेंगे तो समझ जाना चाहिए कि ये सरकार किस तरह से काम कर रही है।