अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के एक दिन पहले समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने महिलाओं के लिए एक डेमो ट्रेन को समस्तीपुर से दरभंगा के लिए रवाना किया था। इस ट्रेन की पूरी व्यवस्था की जिम्मेदारी महिलाओं को ही सौंपी गई थी। इस ट्रेन में लोको पायलट, लोको पायलट सहायक, टीईटी और परिचालक की जिम्मेदारी में महिलाओं को ही लगाया गया था। इस ट्रेन में महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आरपीएफ, जीआरपी की महिला सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया था। शनिवार को यह ट्रेन समस्तीपुर से सुबह 8:30 बजे दरभंगा के लिए रवाना हुई थी। यह ट्रेन मुक्तापुर, किशनपुर, रामभद्रपुर, हायाघाट, थलवारा और लहेरियासराय स्टेशनों से होती हुई दरभंगा स्टेशन पर सुबह 9:55 बजे पहुंची। इस मौके पर समस्तीपुर रेलवे स्टेशन की देखरेख और कामकाज की जिम्मेदारी पूरी तरह महिलाओं को दी गई।
समस्तीपुर रेलमंडल के डीआरएम और महिला कल्याण संगठन की सदस्यों ने रेलवे की महिला कर्मचारियों को गुलाब का फूल दे कर स्वागत किया। ट्रेन को रवाना करते हुए डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने कहा, “महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कम नही हैं। मौजूदा समय में महिलाओं के अंदर जागरुकता आई है, उन्हें और अवसर दिये जाने की आवश्यकता है। हमारा प्रयास रहेगा कि भविष्य में समस्तीपुर से दरभंगा जाने वाली इस पैसेंजर ट्रेन को महिलाओं के द्वारा ही प्रतिदिन चलाया जाए, औपचारिक रुप से जल्द ही इसका ऐलान कर दिया जाएगा।” इस मौके पर लोको पायलट संयुक्ता कुमारी ने कहा कि महिलाओं को ऐसे अवसर मिलने से समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा।
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