आज़ का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है क्यों कि आज के दिन ही सुप्रीम कोर्ट ने आज ही के दिन यह फैसला दिया था कि अयोध्या की विवादित भूमि पर भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बनाया जाएगा और मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ जमीन अलग दी जाएगी। 500 से ज्यादा परसों तक चले इस संघर्ष के बाद आज ही के दिन देश में धर्म और सत्य की जीत हुई थी। न जाने कितने लोगों के संघर्ष के बाद आज अयोध्या की पावन भूमि पर भगवान श्री राम का भव्य मंदिर बन रहा है?
इन लोगों के संघर्ष से हुआ राम मंदिर का स्वप्न साकार
अयोध्या के राम मंदिर का जब भी जिक्र आएगा। तब तक उन लोगों को हमेशा याद किया जाएगा जिनके संघर्ष के कारण ही आज अयोध्या की पावन धरा पर भगवान राम एक भव्य महल में विराजमान होंगे।
- महंत रघुबर दास
- अशोक सिंघल
- अटल बिहारी वाजपेई
- महंत रामचंद्र परमहंस
- महंत अवैद्यनाथ
- कल्याण सिंह
- गोपाल सिंह विशारद
- के. के. नायर
- महंत दिग्विजय नाथ
- सुरेश बघेल
- विनय कटियार
- लालकृष्ण आडवाणी
- मुरली मनोहर जोशी
- प्रवीण तोगड़िया
- साध्वी ऋतंभरा
- उमा भारती
अयोध्या के प्रस्तावित राम मंदिर की विशेषताएं
अयोध्या में प्रवेश के लिए होंगे 6 द्वार
- श्रीराम द्वार – लखनऊ मार्ग पर
- लक्ष्मण द्वार – गोंडा द्वार पर
- भरत द्वार – प्रयागराज मार्ग पर
- जटायु द्वार – वाराणसी मार्ग पर
- गरुड़ द्वार – रायबरेली मार्ग पर
- हनुमान द्वार – गोरखपुर मार्ग पर
यात्रियों की सुविधा हेतु बनाई जाएंगी धर्मशालायें
- लखनऊ मार्ग पर मुमताजनगर और घाटमपुर के बीच 600 कमरों की धर्मशाला बनाई जाएगी।
- रायबरेली मार्ग पर मऊ यदुवंशपुर में 200 कमरों की धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा।
- प्रयागराज मार्ग पर मैनुद्दीनपुर में 200 कमरों की धर्मशाला का होगा निर्माण।
- आजमगढ़ मार्ग पर दशरथ समाधि स्थल के पास श्रद्धालुओं के रुकने के लिए 250 कमरे की बनेगी धर्मशाला।
- गोंडा मार्ग पर कटरा के पास 370 कमरों की धर्मशाला बनाई जाएगी।
- गोरखपुर मार्ग पर धर्मशाला के लिए अभी स्थल चयन की प्रक्रिया जारी है।