“तेरी मिट्टी में मिल जावां” गीत लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने लगाई मुगलों के हिमायतियों की क्लास, लिबरल और कट्टरपंथियों के झूठ से उठाया पर्दा

बाहुबली और केसरी जैसी फिल्मों में अपने डायलॉग तथा गीत देने वाले मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने यूट्यूब पर मुगलों को आक्रांता बताने वाली एक वीडियो अपलोड की है। इस वीडियो को सुनते ही लिबरल और कट्टरपंथियों के कान खड़े हो चुके हैं। अगर आपने अभी तक इस वीडियो को नहीं सुना है तो जल्दी कीजिए।

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चित्र साभार: ट्विटर @manojmuntashir

यदि आप सनातन परंपराओं से जुड़े हैं। यदि आप मानते हैं कि मुगलों ने आपके देश में आतंक और अराजकता फैलाने के अलावा कुछ भी नहीं किया। यदि आप मुगलों को महापुरुष नहीं बल्कि खलनायक मानते हैं… तो आपको मनोज मुंतशिर के यूट्यूब चैनल पर हाल ही में अपलोड हुई वीडियो को जरुर देखना चाहिए। जिसका लिंक हम इसी लेख में उल्लेखित कर रहे हैं।

कौन है मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir)?

मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) बॉलीवुड के जाने माने गीतकार और डायलॉग लेखक है। सुपर डुपर हिट फिल्म बाहुबली के डायलॉग लिखने का श्रेय मनोज मुंतशिर को ही जाता है। बॉलीवुड में कदम रखने से पहले मनोज ने कौन बनेगा करोड़पति शो की स्क्रिप्ट भी लिखी है। इसके अलावा केसरी फिल्म का मशहूर गीत तेरी मिट्टी में मिल जाँवा भी मनोज की कलम से निकला है। मनोज मुंतशिर क्योंकि एक कवि और एक गीतकार है इसीलिए वे भावनाओं से जुड़े रहते हैं। पिछले कुछ समय में मनोज ने भारतीय संस्कृति और भारतीय परंपराओं के महापुरुषों को जानने का प्रयास किया है। लगातार उनकी यूट्यूब चैनल पर हिंदी के प्रसिद्ध कवि, लेखक और शायर तथा भारतीय राजनीति के कुछ प्रमुख राजनेताओं पर वीडियो अपलोड की गई है। वे युवाओं से जुड़ी हर बात पर मुखर होकर बोलने का प्रयास करते हैं।

क्या है पूरा मामला?

अभी हाल ही में मनोज मुंतशिर (Manoj Muntashir) ने यूट्यूब पर एक ऐसी वीडियो अपलोड की है जो निश्चित रूप से लिबरल और कट्टरपंथियों को रास नहीं आ रही है। इस वीडियो के माध्यम से मनोज ने खुले तौर पर मुगल बादशाहों की असलियत सबके सामने रखी है। और यह भी बताया है कि किस तरह से देश का एक बहुत बड़ा समुदाय मुगल आक्रांताओं को महापुरुष बनाने की कोशिश पिछले कई दशकों से कर रहा है?

Manoj Muntashir के द्वारा शेयर किए गए वीडियो की एक क्लिप में वह यह पूछते हुए दिखाई दे रहे थे कि हम भारतीय अपनी विरासत की विकृति को कैसे स्वीकार कर सकते हैं। उन्होंने पूछा कि हजारों भारतीयों को मारने वाले आक्रमणकारियों और लुटेरों को नायक के रूप में कैसे दिखाया जा सकता है। उन्होंने मुगलों की ‘महिमामंडित डकैतों’ (‘glorified dacoits’) के रूप में आलोचना की। उन्होंने लोगों से अपनी विरासत को पहचानने और बर्बर एवं लुटेरों को नायकों के रूप में महिमामंडित करने से बचने के लिए कहा।

साथ ही, उन्होंने सवाल किया कि जब किताबों में ‘ग’ से गणेश हटा कर ‘ग’ से गधा लिख दिया गया तो किसी ने आपत्ति क्यों नहीं की। मनोज ने कहा कि रावण के ब्राह्मण होने के बावजूद कोई भी ब्राह्मण उसकी पूजा नहीं करता, क्योंकि वह दुष्ट था। उन्होंने कहा कि हमें अपने नायकों को उनके कर्मों के आधार पर चुनना चाहिए, न कि उनकी पहचान के आधार पर। उन्होंने वर्षों से तथाकथित इतिहासकारों और सरकारों द्वारा किए गए ज़बरदस्त मुगल महिमामंडन के खिलाफ बात की थी।

उन्होंने अकबर के कार्यकाल को भारतीय इतिहास में सर्वश्रेष्ठ कहने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “शासक के रूप में उनका कार्यकाल इतिहास में सबसे अच्छा कैसे होगा जब हजारों हिंदुओं को इस्लाम में परिवर्तित नहीं करने के लिए मार दिया गया था। अगर उनका कार्यकाल सबसे अच्छा था, तो राम राज्य क्या था?” मनोज ने उन नेताओं पर सवाल उठाया जिन्होंने इस तथ्य की अनदेखी करते हुए कि मुगलों ने हजारों हिंदुओं को बेरहमी से मार डाला और मंदिरों को नष्ट कर दिया, मुगलों के नाम पर सड़कों का खुशी-खुशी उद्घाटन किया।

लिबरल और कट्टरपंथियों का झूठ हो रहा है उजागर

मनोज के द्वारा अपलोड की गई है वीडियो निश्चित रूप से उन लोगों के लिए एक बेहतरीन कंटेंट बनेगा जो लोग काफी समय से यह बात कहना चाहते हैं कि मुगल आक्रांता थे ना कि सम्राट और शासक। जैसा कि मनोज ने इस वीडियो में कहा था कि आपको ऐसा कोई भी ब्राह्मण नहीं मिलेगा जो रावण की स्तुति करता हो… लेकिन भारत का एक बहुत बड़ा समुदाय आज भी इस देश में रहता है जो मुगलों को अपना पूर्वज मानता है। मनोज ने जैसे ही इस वीडियो को अपलोड किया उसके बाद तुरंत ही लिबरल और कट्टरपंथी सोशल मीडिया पर जहर उगलने लगे। हालांकि वे लोग अपनी सच्चाई को तो साबित नहीं कर पाए परंतु मनोज के खिलाफ अभद्र भाषा का भी प्रयोग करने लगे।

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