पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और राज्य के राज्यपाल जगदीप के बीच का विवाद किसी से भी छुपा हुआ नहीं है। राज्य के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कई बार खुले तौर पर ममता सरकार की आलोचना की थी। अब खबर आ रही है कि एक बार फिर ममता बनर्जी पर राज्य के राज्यपाल ने निशाना साधा है। स्वातंत्र्यवीर सावरकर स्मृति अभिनव भारत व्यासपीठ के चार दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए धनखड़ ने कहा, “पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की पीड़ा देखकर, जिस हत तक इसकी भयावहता का प्रसार हुआ,, मैं अपको बता सकता हूं कि हिंसा लोकतंत्र का दुश्मन है….मानवाधिकार सबसे मूलभूत अधिकार है। कुछ इलाके हैं जहां मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।”
राज्यपाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “मैं युवाओं से यह सुनिश्चत करने की अपील करता हूं कि समाज हिंसा मुक्ति करें। युवाओं को इसके लिए फ्रंट फुट पर खेलना होगा और वे ऐसा करने के लिए काफी उपयुक्त हैं।” उन्होंने कहा कि नागरिकों के मानवाधिकार की रक्षा के बिना लोकतंत्र का कोई अर्थ नहीं है। धनखड़ ने कहा, “मानवाधिकार सबसे मूलभूत अधिकार है। कुछ इलाके हैं जहां मानवाधिकारों का हनन हो रहा है।” कार्यक्रम के उपरांत पत्रकारों से मुखातिब होते हुए जगदीप धनखड़ ने कहा कि अब युवा उनकी सलाह मानेंगे। उन्होंने कहा, “केवल युवा ही उन लोगों के खिलाफ खड़े हो सकते हैं, जो हिंसा फैला रहे हैं और हमारी उपलब्धियों को नीचा कर रहे हैं। मैं उनसे मानवाधिकारों की रक्षा की अपील करता हूं। मुझे उम्मीद है कि युवा मेरी अपील को सुनेंगे।” राज्यपाल ने ये बातें ऐसे समय पर कही हैं जब एक दिन पहले ही कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हुई हिंसा की जांच सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया है।