कांग्रेस पार्टी ने जितने भी सालों तक भारत में राज किया है। पार्टी के नेताओं ने गांधी और नेहरू परिवार के लोगों के नाम पर ही सैकड़ों पुरस्कारों तथा इमारतों का नाम रखा है। 2 दिन पहले जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की जनता का मान रखते हुए राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार का नाम बदलकर ध्यानचंद पुरस्कार कर दिया। तो देश के बहुत सारे बुद्धिजीवी तथा कांग्रेस पार्टी के नेता प्रधानमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोलने लगे। कहा जाने लगा कि नरेंद्र मोदी के नाम पर जो स्टेडियम है उसका भी नाम बदला जाना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता और पूर्व वित्त मंत्री स्वर्गीय अरुण जेटली के नाम पर जो स्टेडियम है उसका भी नाम बदला जाना चाहिए। लेकिन कांग्रेस पार्टी के यह नेता कभी भी नहीं बताते हैं कि देश की कितनी ऐसी योजनाएं हैं जिनका नाम राजीव गांधी, इंदिरा गांधी और पंडित नेहरू के नाम पर है।
कितनी ऐसी इमारतें हैं जिन पर राजीव, इंदिरा और पंडित नेहरू का नाम से सजा हुआ है। पिछले 18 साल में करीब 450 केंद्र व राज्य सरकारों की परियोजनाएं आयीं, जिसमें हजारों करोड़ रुपए इन तीनों के नाम से ही लगाये गये। यहां तक कि विभिन्न राज्यों में अपने ही नेताओं के नाम पर कोई योजना चलाना कांग्रेस पार्टी को नागवार गुजरा। उदाहरण- राजीव गांधी के नाम पर ग्रामीण विद्युतिकरण योजना, पेय जल योजना, श्रमिक कल्याण योजना( शिल्पी स्वास्थ्य बीमा योजना, उद्यमी मित्र योजना, क्रेश योजना से लेकर राजीव गांधी अवार्ड तक सैंकड़ों कार्यक्रम चल रहे हैं।
यह है कुछ प्रमुख योजनाएं
- राजीव गांधी ब्रेकफास्ट योजना पोंडिचेरी
- राजीव रत्न आवास योजना दिल्ली
- राजीव आरोग्यश्री हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम आंध्रा
- राजीव गांधी कंप्यूटर साक्षरता मशन असम
- राजीव गांधी सेतु, सड़कें, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट प्रोग्राम हरियाणा
- राजीव गांधी विद्यार्थी सुरक्षा योजना महाराष्ट्र
- राजीव गांधी पर्यटन मिशन राजस्थान
- इंदिरा जीवित बीमा पठाकम आंध्रा
- इंदिरा गांधी प्रियदर्शनी विवाह शगुन योजना हरियाणा
- इंदिरा गांधी काफ-रियरिंग स्कीम आंध्र प्रदेश
- नेहरू आवास योजना
- इंदिरा आवास योजनाइंदिरा क्रांति स्कीम
- इंदिरा गांधी राष्ट्रीय पेंशन स्कीम
- जवाहर लाल नेहरू रोजगार योजना
- नेहरू अरबन रिन्यूवल मिशन
- नेहरू रोजगार योजना
- नेहरू ग्राम समृद्धि योजना
आपको बता दें कि पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी इन तीनों के नाम पर चल रहीं 450 योजनाओं के आंकड़ों पर गौर करें तो केंद्र सरकार की कुल 12 परियोजनाएं इन तीनों के नाम पर हैं। देश के 6 बंदरगाह व एयरपोर्ट, 66 अवार्ड, स्कॉलरशिप व फेलोशिप, 47 खेल टूर्नामेंट, ट्रॉफी व मैडल 15 राष्ट्रीय उद्यान व अभयारण्य, 39 अस्पताल व चिकित्सा संस्थान, 37 राष्ट्रीय विज्ञान एवं शोध संस्थान और पर्व और 75 सड़कें, इमारतें व स्थान इन तीनों के नाम हैं। राज्य सरकारों की 52 परियोजनाओं पर नेहरू, इंदिरा या राजीव का नाम छपा है। देश में 98 विश्वविद्यालय/शिक्षण संस्थान इन्हीं तीनों के नाम पर हैं।
देश के अन्य महापुरुषों के साथ भेदभाव करने वाली पार्टी आज कहती है कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदल दिया जाए तो हंसी आती है। भारत के लोकतंत्र पर सर्वाधिक समय तक राज करने वाली पार्टी ने कभी भी लोकतंत्र का सम्मान ही नहीं किया। वरना महात्मा गांधी भी कांग्रेस पार्टी से संबंधित थे, सुभाष चंद्र बोस से लेकर सरदार पटेल भी इसी पार्टी के सदस्य रहे थे।