चंबल ग्वालियर क्षेत्र में आई बाढ़ से 25 हेक्टेयर फसल बर्बाद हो चुकी।25000 से ज्यादा मकान जमींदोज हो चुके हैं। अभी तक पूरे नुकसान का आंकड़ा नहीं लगाया जा चुका है लेकिन यह प्रारंभिक आंकड़े जरूर हैं। अभी भी 15 गांव पानी से घिरे हुए हैं 276 गांव का पानी उतर गया है। गुरुवार देर शाम को सिंधु और चंबल नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थीं। सरकार ने अलर्ट जारी किया है कि गुना, अशोक नगर,विदिशा और रायगढ़ में बारिश का अनुमान है।
बाढ़ की चपेट में आए भिंड, मुरैना, दतिया, गुना, शिवपुरी, ग्वालियर व श्योपुर से अब तक 6,918 लोगों को अभी तक रेस्क्यू किया जा चुका है। इसमें सबसे ज्यादा मुरैना में 2 हजार 338 लोगों को एयर फोर्स, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ ने बचाया है। अब तक कुल 27 हजार 830 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य शासन ने बाढ़ से हुए नुकसान के मूल्यांकन के लिए केंद्र सरकार से तुरंत अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय टीम भेजने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही राजस्व विभाग कुल नुकसान का आंकलन करने के लिए मैदानी सर्वे कर आंकड़े भी जुटा रहा है। विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय (आपदा प्रबंधन विभाग) को पत्र भेजा है। जिसमें कहा है कि केंद्रीय टीम द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में हुए नुकसान के मूल्यांकन से प्रदेश को राष्ट्रीय आपदा राहत कोष के तहत जल्दी से जल्दी अतिरिक्त सहायता दी जाए।