दुनियाभर में कोरोना की तीसरी लहर की चर्चाएं चल रही हैं। बहुत सारे विशेषज्ञों का कहना है कि अक्टूबर तक भारत में भी कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है। संक्रमण काल के बीत जाने के बाद भी अभी तक विश्व का कोई भी देश इस बीमारी की दवा नहीं बना पाया है। हालांकि कोरोना की बहुत सारी वैक्सीन विभिन्न देशों में उपलब्ध है। विशेषज्ञों के द्वारा यह बात कही गई है कि केवल वैक्सीन ही लोगों को इस महामारी से बचा सकती है। ऐसे में भारत सरकार तथा विभिन्न राज्य सरकारें लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर रही हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत का एक ऐसा नगर भी है जहां के 100% नागरिकों ने वैक्सीनेशन करा लिया है। जी हां उस नगर का नाम है भुवनेश्वर… भुवनेश्वर को मंदिरों का शहर कहा जाता है। लेकिन इस समय यह शहर इसी लिए प्रसिद्ध है क्योंकि यहां के सभी लोगों ने कोरोना की वैक्सीन लगवाली है।
अंशुमान रथ ने बताया कि भुवनेश्वर शहर में कोविड टीकाकरण गाइडलाइंस के तहत 18 वर्ष से अधिक लोगों की आबादी तकरीबन 9 लाख 7 हजार है। इस बीच नगर निगम ने कोरोना के मद्देनजर 100 प्रतिशत लोगों को 31 जुलाई तक टीकाकरण करने का समय सीमा निर्धारित किया था। भुवनेश्वर की आबादी के तहत 31 हजार स्वास्थ्य कर्मी और 33 हजार फ्रंटलाइन कर्मी हैं। 5 लाख 17 हजार लोग 18-44 वर्ष के बीच आते हैं। वहीं 45 वर्ष से ऊपर के लोगों की संख्या तकरीबन 3 लाख 20 हजार है। नगर निगम द्वारा संचालित टीकाकरण अभियान के दौरान इन सभी लोगों को कोविड टीका का दूसरा डोज दिया जा चुका है। रथ ने विस्तार से बताया कि रिपोर्ट के आधार पर 30 जुलाई तक लोगों को कोवैक्सीन की 18 लाख 35 हजार डोज लगाया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि निर्धारित आबादी 9 लाख 7 हजार लोगों ने वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविड का दूसरा डोज लगवाया लिया है। इस नगर में शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति बचा होगा जिसने वैक्सीन की डोज ना ली हों।