कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की बातें अभी भी वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के द्वारा की जा रही हैं। लगातार ऐसा कहा जा रहा है कि वैक्सीनेशन होने के बाद भी संक्रमण की तीसरी लहर लोगों को प्रभावित कर सकती है। भारतीय समाज को उत्सव का समाज माना जाता है। जहां पर प्रत्येक माह में कोई ना कोई विशेष उत्सव होता है। आने वाले समय में महादेव के भक्तों द्वारा कावड़ यात्रा की शुरुआत होगी। लेकिन इसे लेकर अलग-अलग राज्यों ने अलग-अलग तरह के आदेश दे दिए हैं।
उत्तराखंड में प्रदेश वासियों की जीवन की सुरक्षा को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर कावड़ यात्रा को रद्द कर दिया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांवड़ यात्रा की इजाजत दे दी। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया कि कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कांवड़ यात्रा निकालने की इजाजत होगी।
सुप्रीम कोर्ट का उत्तर प्रदेश सरकार से सवाल
कोरोना के संकटकाल में कांवड़ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान ले लिया और यूपी सरकार से 16 जुलाई से पहले जवाब तलब किया है। अब मामले की सुनवाई 16 जुलाई को होगी। जस्टिस नरीमन ने कहा कि भारत की जनता तो पूरी तरह किंकर्तव्यविमूढ़ दिखती है, वो नहीं जानते कि क्या हो रहा है? सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश को नोटिस जारी करके पूछा कि कांवड़ यात्रा की इजाजत देने के पीछे उनकी क्या मंशा है? अब यूपी सरकार अपना स्टैंड बताएगी। इसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुनाएगा।
आपको बता दें कि एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2019 की कांवड़ यात्रा के दौरान 3.5 करोड़ भक्त कांवड़िया हरिद्वार गए थे, जबकि दावा है कि दो से तीन करोड़ से ज्यादा लोग पश्चिम यूपी के तीर्थस्थलों पर गए थे। ऐसे में औसत 3 करोड़ भक्तों की उत्तर भारत में कांवड़ यात्रा के दौरान हलचल दिख सकती है।
क्या कांवड़ यात्रा से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका नहीं रहेगी? इस सवाल का जवाब देते हुए यूपी सरकार के प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि सरकार कह चुकी है कि यूपी में कांवड़ यात्रा चलेगी, जिसमें स्टैंडर्ड प्रोटोकॉल, सोशल डिस्टेसिंग, मास्क, आरटीपीसीआर टेस्ट का पालन होगा, निगरानी भी होगी।
सुप्रीम कोर्ट के नोटिस जारी होने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि कांवड़ यात्रा के कारण किसी को जान गंवानी पड़ी तो भगवान भी पसंद नहीं करेंगे। हरिद्वार जाने वाले किसी भी श्रद्धालु को 14 दिन तक क्वारनीट होना होगा। इस बीच केंद्र के पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट कहते हैं कि लोगों की जिंदगी खतरे में नहीं डाली जा सकती है, लेकिन यूपी सरकार कहती है कि कोविड मैनेजमेंट में हम अव्वल हैं, कांवड़ यात्रा होगी।