कोवैक्सीन को जल्द मिल सकती है WHO की मंजूरी, फाइनल फेज के ट्रायल का डाटा रहा अच्छा: चीफ साइंटिस्ट WHO

भारत की देसी वैक्सीन कोवैक्सीन को जल्द ही डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिल सकती है। क्योंकि खुद विश्व स्वास्थ्य संगठन की चीज साइंटिस्ट ने यह माना है कि यह वैक्सीन संक्रमण को हराने में असरदार है।

0
613

भारतीय देसी वैक्सीन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक को जल्द ही एक शुभ सूचना मिलने वाली है। भारत बायोटेक के द्वारा को वैक्सीन को डब्ल्यूएचओ की मंजूरी मिलने का इंतजार किया जा रहा है। लेकिन जल्द ही भारत बायोटेक का इंतजार खत्म हो सकता है। डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने गुरुवार को कहा कि भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सीन के ट्रायल का डेटा अच्छा लग रहा है। कोवैक्सीन डब्ल्यूएचओ की मंजूरी का इंतजार कर रहा है, स्वामीनाथन ने कहा कि प्री-सबमिशन बैठक 23 जून को हुई थी और अब उसके ट्रायल के डेटा पैकेट को इकट्ठा किया जा रहा है।

सीएनबीसी-टीवी18 को दिए एक इंटरव्यू में सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि कोवैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल का डेटा अच्छा है। उन्होंने वेरिएंट को भी देखा है। कुल मिलाकर इसकी प्रभावकारिता (इफिशिएंसी) काफी अधिक है। हालांकि, डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ वैक्सीन की प्रभावशीलता कम है मगर फिर भी यह काफी अच्छा है। कोवैक्सीन की सुरक्षा प्रोफ़ाइल अब तक डब्ल्यूएचओ के मानकों को पूरा करती है।

उन्होंने कहा कि हम उन सभी टीकों पर कड़ी नज़र रखते हैं, जिन्हें इमरजेंसी यूज लिस्टिंग मिली है। हम अधिक से अधिक डेटा की तलाश जारी रखते हैं। स्वामीनाथन ने कहा कि अमेरिका को छोड़कर दुनिया के अधिकांश हिस्सों में कोरोना के मामलों में तेजी देखी गई है और मौतों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। भारत ब्रिटेन जैसे देशों से प्रेरणा ले सकता है, जो बूस्टर शॉट्स की योजना बना रहे हैं और उनसे सीख सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here