केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी तथा कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्विटर को चेतावनी देते हुए कहा है कि ट्विटर ने उनके खाते को अमेरिकी कॉपीराइट अधिनियम का नाम लेकर रोका था इसीलिए सोशल मीडिया साइट ट्विटर को भारत के कानून का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि भारत में ही वह काम कर रही है भारत से ही वह पैसा कमा रही है। प्रसाद ने इंडिया ग्लोबल फोरम के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि ट्विटर ने पिछले हफ्ते उनके खाते को एक घंटे तक बंद कर दिया और ऐसा अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट अधिनियम के तहत चार साल पहले की गयी एक शिकायत को लेकर किया गया।
केंद्रीय कानून मंत्री का कहना है कि अगर आप अमेरिकी के डिजिटल कॉपीराइट अधिनियम को लागू करने जा रहे हैं तो आपको भारत के कॉपीराइट नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए।’ मंत्री ने कहा, ‘आप यह नहीं कह सकते कि मेरे इस पूरे रुख का नियमन अमेरिकी कानून के एकपक्षीय मूल्याकंन के आधार पर किया जाएगा। उच्च प्रौद्योगिकी की इस भूमिका और लोकतंत्र के बीच एक सुखद समन्वय का कोई समाधान ढंढना ही होगा।
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों को भारत में काम करने की आजादी है लेकिन उन्हें भारतीय संविधान और कानूनों को प्रति जवाबदेह होना होगा। पिछले कुछ समय में ट्विटर कई मुद्दों को लेकर सरकार के निशाने पर रही है। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ने सोशल मीडिया कंपनियों से जुड़े नये आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) कानूनों का अब तक पालन नहीं किया है।
केंद्रीय कानून मंत्री ने कहा, ‘अगर लोकतंत्र को गलत सूचना, फर्जी खबरों, नकल की गयी सामग्री से पार पाना है तो ये सभी चुनौतियां हैं। मैं रोक-टोक के पक्ष में नहीं हूं लेकिन लोकतात्रिक देशों को इन मुद्दों को लेकर एक सहमति पर पहुंचाना होगा ताकि ये प्रमुख प्रौद्योगिकी कंपनियां अपना काम करें, अच्छे पैसे, अच्छा मुनाफा कमाएं लेकिन जवाबदेह बनें। ऐसा तभी होगा जब आप किसी देश के कानून का पालन करेंगे।’ आपको बता दें कुछ समय पहले ही केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट 1 घंटे के लिए लॉक कर दिया गया था। ट्विटर ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि मंत्री का अकाउंट अमेरिकी कॉपीराइट कानून का उल्लंघन करने के कारण लॉक किया गया था।